Bengal Chunav 2021, Bengal News, Kolkata News, कोलकाता : तृणमूल छोड़ने के एक दिन बाद ही डायमंड हार्बर विधानसभा क्षेत्र के विधायक दीपक हलदर ने BJP का दामन थाम लिया. बारुइपुर में आयोजित भाजपा की एक सभा में पार्टी नेता मुकुल रॉय और शुभेंदु अधिकारी की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए. डायमंड हार्बर के विधायक दीपक हालदार ने सोमवार को तृणमूल मुख्यालय, तृणमूल भवन तथा जिला तृणमूल अध्यक्ष को स्पीड पोस्ट से पत्र के जरिये अपना इस्तीफा सौंपा था. श्री हलदर की दूूरियां अरसे से तृणमूल आलाकमान से बढ़ रही थीं.
लेफ्ट के शासनकाल में तृणमूल को दक्षिण 24 परगना में मजबूत करने के लिए विधायक श्री हलदर को जाना जाता है. हालांकि, उनका आरोप था कि प्रशासन उन्हें विश्वास में लिए बगैर काम कर रहा है. इसके अलावा पार्टी में युवा चेहरों को भी तरजीह दी जा रही थी जो हलदर को नापसंद थी.
इधर, बारुईपुर में सभा करने पहुंचे शुभेंदु अधिकारी और राजीव बनर्जी को कुछ लोगों ने काले झंडे भी दिखाये हैं. बीजेपी ने इसका आरोप तृणमूल पर लगाया है. इससे पहले पिछले दिनों भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री राजीव बनर्जी पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस के कुछ अन्य पूर्व नेताओं के साथ दिल्ली में भाजपा में शामिल हुए थे. राजीव बनर्जी के साथ विधायक प्रबीर घोषाल और वैशाली डालमिया तथा हावड़ा के पूर्व मेयर रथिन चक्रवर्ती और अभिनेता रुद्रनील घोष भी भाजपा में शामिल हुए थे.
विरोध में लोगों ने दिखाये काला झंडा
मंगलवार को बारुईपुर की सभा में शामिल होने जा रहे शुभेंदु अधिकारी को कुछ लोगों ने काला झंडा दिखाया. वहीं, शुभेंदु अधिकारी की गाड़ी को भी कुछ लोगों ने घेर लिया. मौके पर पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में किया. इस संबंध में राजीव बनर्जी ने कहा कि काले झंडे के साथ हमारा स्वागत किया जा रहा है. वैसे लोग भाजपा से डरते हैं, इसलिए वे इसे रोकने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जितने काले झंडे दिखाये जायेंगे, उतना आशीर्वाद हमारे पास आयेगा. उन्होंने कहा कि एक लोकतांत्रिक देश में कोई भी अपने से किसी भी राजनीतिक दल में शामिल हो सकता है. तृणमूल कांग्रेस डर गयी है. इसलिए काले झंडे दिखा रही है.
वहीं, बीजेपी में शामिल हुए विधायक दीपक हलदर ने कहा कि मुझे डायमंड हार्बर में ममता बनर्जी की बैठकों में आमंत्रित किया गया. लेकिन, जब अन्य नेता एवं मंत्री उनके निर्वाचन क्षेत्र में बैठकें करते हैं तो उन्हें नहीं बुलाते थे. वह ये अपमान कब तक सहन करेंगे. उन्होंने कहा कि पार्टी के किसी भी वरिष्ठ नेता ने उनके विषय में नहीं सोचा.
Posted : Samir Ranjan.