कोलकाता : कोलकाता नगर निगम के चुनाव में वोट लूटने की रोकथाम के लिए माकपा को भाजपा का साथ लेने से परहेज नहीं है. इस बाबत माकपा के कोलकाता जिला सचिव कल्लोल मजूमदार ने कहा कि माकपा कांग्रेस के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ेगी. लेकिन जिस तरह से तृणमूल कांग्रेस के लोग वोट लुटते हैं, उसे रोकने के लिए वह लोग भाजपा का भी साथ लेंगे.
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वोट लूट रोकने के लिए माकपा को भाजपा कार्यकर्ताओं का साथ लेने से परहेज नहीं
कोलकाता : कोलकाता नगर निगम के चुनाव में वोट लूटने की रोकथाम के लिए माकपा को भाजपा का साथ लेने से परहेज नहीं है. इस बाबत माकपा के कोलकाता जिला सचिव कल्लोल मजूमदार ने कहा कि माकपा कांग्रेस के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ेगी. लेकिन जिस तरह से तृणमूल कांग्रेस के लोग वोट लुटते हैं, […]
पंचायत चुनाव में जिस तरह लोग मुकाबला किये थे. इस बार भी उसी तरह से मुकाबला होगा. लोकसभा चुनाव में वामपंथी और भाजपा समर्थकों ने मैदान में उतर कर तृणमूल कांग्रेस का मुकाबला किया था. हालांकि इसमें वामपंथियों को खास फायदा नहीं हुआ था.
लेकिन भाजपा 18 सीटें जीत कर अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराने में सफल रही थी. मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी का आरोप है कि वामपंथियों का वोट भाजपा की झोली में गया है. कल्लोल मजूमदार भी इस बात को अच्छी तरह से समझते हैं, इसलिए स्वीकार भी करते हैं कि नगर निकाय चुनाव में निचले स्तर पर गठबंधन हो ही सकता है.
वामपंथियों का कांग्रेस के साथ गठबंधन होगा. तृणमूल कांग्रेस व भाजपा के विरोधी वोटों को वे एक जगह लाना चाह रहे हैं. कल्लोल के मुताबिक कुछ वार्डों में फाॅरवर्ड ब्लाॅक की ताकत है, तो कुछ में आरएसपी की स्थिति मजबूत है. माकपा की स्थिति 80 वार्डों में ठीक है, जहां पर कांग्रेस मजबूत स्थिति में है, वहां वह लड़ेगी.
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