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Friday, March 29, 2024

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बंगाल उपचुनाव : तृणमूल ने लगायी जीत की हैट्रिक, ममता ने कहा, एनआरसी के खिलाफ जनादेश

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की तीन विधानसभा सीट करीमपुर, खड़गपुर सदर और कालियागंज सीट पर हुए उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने जीत हासिल कर हैट्रिक बनाया है. कालियागंज से तृणमूल उम्मीदवार तपन देब सिंघा ने 2,304 मतों से, खड़गपुर सीट से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के उम्मीदवार प्रदीप सरकार ने 20,811 मतों से तथा करीमपुर सीट […]

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की तीन विधानसभा सीट करीमपुर, खड़गपुर सदर और कालियागंज सीट पर हुए उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने जीत हासिल कर हैट्रिक बनाया है. कालियागंज से तृणमूल उम्मीदवार तपन देब सिंघा ने 2,304 मतों से, खड़गपुर सीट से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के उम्मीदवार प्रदीप सरकार ने 20,811 मतों से तथा करीमपुर सीट पर तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार विमलेंदु सिंह राय 24,119 मतों से विजयी रहे.

लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य की 42 सीटों में से 18 सीटों पर जीत हासिल कर तृणमूल कांग्रेस को झटका दिया था, लेकिन विधानसभा उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने सभी तीनों सीटों पर जीत हासिल कर अपनी पकड़ बरकरार रखने का संकेत दिया है. कालियागंज में मतगणना के आरंभिक चरण में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार तपन देव सिंह 56,000 मत से पीछे चल रहे थे, लेकिन अंत में 2304 मतों से विजयी हुए. कालियागंज में तृणमूल कांग्रेस ने पहली बार जीत हासिल की है.

लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस भाजपा से 56,000 मतों से पीछे थी. खड़गपुर सदर विधासनभा की सीट भी तृणमूल कांग्रेस ने कभी भी नहीं जीती थी. भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष की सीट को तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार प्रदीप सरकार ने 20,811 मतों से जीत की. करीमपुर के भाजपा उम्मीदवार जयप्रकाश मजूमदार को तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार विमलेंदु सिंह राय ने 24,119 मतों से पराजित किया. उपचुनाव के मतगणना के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्‍था की गयी थी. चुनाव आयोग से मिली जानकारी के अनुसार बंगाल की तीन सीटों के उपचुनाव में मतदान 75.34 प्रतिशत रहा.

मालूम हो कि कांग्रेस विधायक प्रमथनाथ राय के निधन के बाद कालियागंज सीट खाली हुई थी. वहीं पिछली बार खड़गपुर सीट से भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष विधायक के तौर पर चुने गये थे, लेकिन लोकसभा में मेदिनीपुर सीट पर विजय प्राप्त करने के बाद घोष ने इस्तीफा दे दिया था. करीमुपर की तृणमूल विधायक महुआ मित्रा ने भी नदिया से जीतने के बाद अपने पद से इसतीफा दे दिया था. इन खाली सीटों के लिए बंगाल में उपचुनाव कराये गये हैं. बंगाल की तीनों सीटों पर कुल 18 चुनावी उम्मीदवार थे, जिसमें तृणमूल कांग्रेस, भाजपा, माकपा और कांग्रेस के प्रत्याशी के बीच मुकाबला माना जा रहा था. इस साल लोकसभा चुनाव के बाद पश्चिम बंगाल में यह पहला चुनाव था. भाजपा ने बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 18 पर जीत दर्ज की थी.

टीएमसी की जीत पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि विधानसभा उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस को मिली जीत ‘धर्मनिरपेक्षता और एकता’ के पक्ष में और ‘‘एनआरसी’ के खिलाफ जनादेश है. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि भाजपा अपने अहंकार और राज्य के लोगों को ‘‘अपमानित’ करने का परिणाम भुगत रही है. ममता ने कहा, ‘‘उलटी गिनती शुरू हो चुकी है.

भाजपा को नहीं सोचना चाहिए कि देश के लोग बहुमत (भाजपा के पास) नहीं होने के बावजूद राज्यों में सरकार गठन के उसके धौंस जमाने वाले तौर तरीकों को स्वीकार कर लेंगे.’ चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस के तपन देब सिन्हा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एवं भाजपा उम्मीदवार कमल चंद्र सरकार को कालियागंज सीट पर 2417 वोटों के अंतर से हरा दिया. टीएमसी उम्मीदवार प्रदीप सरकार ने खड़गपुर सदर सीट जीत ली है.

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