– भविष्य में कारखाना लगाने की योजना
बालुरघाट : बालुरघाट इलाके में सौर ऊर्जा से ई-रिक्शा यानी टोटो चलाकर एक व्यक्ति ने कमाल कर दिखाया है. अब तक पेट्रोल, डीजल एवं बायोगैस के विकल्प पर इलेक्ट्रिक चार्जेबल बैटरी लगाकर ही टोटो को चलाया जाता था. पहली बार शहर में मनोज पाल नामक एक व्यक्ति ने सौर ऊर्जा से टोटो चलाने की शुरुआत की है. उनका कहना है कि टोटो बैटरी खरीदने में काफी पैसा लगता है. एक बैटरी की औसत आयु 2 से ढाई साल होती है. हर दूसरे अथवा ढाई साल में टोटो चालकों को अपनी गाढ़ी कमाई से काफी रुपये खर्च कर चार्जेबल बैटरी खरीदनी पड़ती है.
सौर ऊर्जा से टोटो चलाने पर ऐसी समस्या नहीं होगी. ना केवल काफी मोटी रकम देकर बैटरी खरीदनी पड़ती है बल्कि उसे हर दिन चार्ज करने में भी बिजली बिल का खर्च आता है. श्री पाल ने बताया है कि सौर ऊर्जा काफी शक्तिशाली है. उन्होंने इसी ऊर्जा का व्यवहार किया और अपना टोटो हर दिन अच्छी तरह से चला रहे हैं. शहर के कवितीर्थ पाड़ा के रहने वाले दिनेश चंद्र पाल के बेटे मनोज पाल ने उच्च माध्यमिक तक की पढ़ाई की है.
पढ़ाई के समय ही वह कुछ ना कुछ नया बनाना पसंद करते थे. वह स्कूल द्वारा आयोजित कई विज्ञान प्रदर्शनी में भी शामिल हो चुके हैं. वह इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते थे लेकिन पैसे के अभाव में उन्हें अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी. कोई नौकरी नहीं मिलने के कारण वह गांव-गांव घूमकर विभिन्न प्रकार के सामान बिक्री का कारोबार करते थे. उसके बाद टोटो चलाने लगे. बैटरी खरीदने तथा हर दिन चार्ज में पैसा खर्च करना उनको अच्छा नहीं लग रहा था.
उन्होंने कुछ अलग करने की सोची और सौर शक्ति से टोटो चलाने लगे. उनका कहना है कि इस तरह का आविष्कार कर उन्हें खुशी हो रही है. उन्होंने अन्य टोटो चालकों को भी यही सिस्टम अपनाने का आह्वान किया है. उनके टोटो पर सवारी करने वाले यात्री भी काफी खुश हैं. यात्री भी उनके काम की प्रशंसा कर रहे हैं. उनकी इच्छा आगे चलकर सौर उर्जा चालित टोटो कारखाना लगाने की है.