कोलकाता : बीरभूम जिला की 11 विधानसभा सीटों के लिए मतदान ... को कराये जायेंगे. 27,95,548 वोटर अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. इस जिले में तृणमूल कांग्रेस को वर्ष 2016 के चुनावों में भारी सफलता मिली थी. यहां की 11 में से 9 सीटें तृणमूल की झोली में गयीं थीं. कांग्रेस और वामदलों को एक-एक सीट से संतोष करना पड़ा था.
ममता बनर्जी की कैबिनेट में इस जिले से दो विधायकों को मंत्री बनाया गया था. जिन लोगों को मंत्री बनाया गया था, उनमें रामपुरहाट के विधायक डॉ आशीष बनर्जी और बोलपुर के विधायक चंद्र नाथ सिन्हा शामिल हैं. डॉ बनर्जी को कृषि विभाग का मंत्री बनाया घा, तो चंद्र नाथ सिन्हा को मत्स्य पालन विभाग का.
अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित नानूर विधानसभा सीट पर माकपा की श्यामली प्रधान ने जीत दर्ज की थी, जबकि हानसान विधानसभा सीट पर कांग्रेस के मिल्टन राशिद जीते थे. इस जिले में अनुसूचित जाति के लिए 3 आरक्षित सीटें हैं, जिसमें 2 पर तृणमूल कांग्रेस को जीत मिली थी, जबकि एक सीट माकपा की झोली में गयी थी.
मुराराई विधानसभा सीट पर अब्दुर्रहमान, मयूरेश्वर से अभिजीत रॉय, सूरी से अशोक कुमार चट्टोपाध्याय, नलहाटी से मोइनुद्दीन शम्स, लाभपुर से मोनीरुल इस्लाम, दुबराजपुर (एससी) से नरेश चंद्र बाउरी और सैंथिया (एससी) विधानसभा सीट से नीलावती साहा ने तृणमूल के टिकट पर विधानसभा की सीट निकाली थी.
इस जिले के लोगों ने दो विधानसभा क्षेत्र से महिलाओं को बंगाल विधानसभा में भेजा. इनमें एक तृणमूल कांग्रेस की हैं, तो दूसरी वामदल की. इस जिले में भाजपा के खाते में कोई सीट नहीं आयी थी. बंगाल विधानसभा का चुनाव मार्च-अप्रैल या अप्रैल-मई में होने की संभावना है. चुनाव आयोग चुनाव की तारीखों की घोषणा कभी भी कर सकती है.
उल्लेखनीय है कि 295 सदस्यीय पश्चिम बंगाल विधानसभा की 294 सीटों के लिए मतदान कराया जाता है. सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 148 सीट है. कोई एक पार्टी या कई पार्टियों का समूह गठबंधन के तहत 148 सीटें हासिल करके सरकार बना बनायेगी.
Posted By : Mithilesh Jha