पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बांकुड़ा में रैली को संबोधित किया. रैली में उमड़ी भीड़ को देखकर कहा कि बांकुरा की ये तस्वीर साक्षी है कि बंगाल के लोगों ने ठान लिया है- दो मई, दीदी गई. इस दौरान उन्होंने ममता बनर्जी पर जमकर हमले किए.
बांकुड़ा के सालतोरा सीट से बीजेपी उम्मीदवार चंदना बाउरी के पक्ष में प्रचार करते हुए उन्होंने कहा कि चंदना बाउरी बंगाल के महिलाओं की अंकाक्षा की तस्वीर है. पीएम मोदी ने कहा कि अब ऐसे ही चेहरे पश्चिम बंगाल की बहनों को, श्रमिकों को, गरीबों को न्याय देंगे. उनको उनका हक देंगे. ये आसोल पोरिबोर्तन के चेहरे हैं. ये सोनार बांग्ला के निर्माण के शिल्पी हैं.
आखिर कौन है चंदना बाउरी जिसकी तारीफ में खुद प्रधानमंत्री ने इतनी बातें कही. चंदना बाउरी बांकुड़ा जिले के सालतोरा विधानसभआ सीट से बीजेपी की महिला उम्मीदवार है. वह बेहद की गरीब परिवार से आती है. उनके पास तीन गाय, तीन बकरियां हैं. उनके घर में नल से पानी मिलने की सुविधा नहीं है. नकदी के नाम पर 31 रुपये, 985 रुपये नकद और बैंक में जमा हैं . यही वजह है कि पश्चिम बंगाल चुनाव में बांकुड़ा जिले के सालतोरा सीट की उम्मीदवार चंदना बाउरी सबसे गरीब उम्मीदवारों में से एक हैं.
चंदना बाउरी के पति सरबन दैनिक मजदूर है जो रामिस्त्री का काम करते हैं. इसके बदले उन्हें हर रोज 400 रुपये मिलते हैं. बारिश के दिनों में जब मजदूर नहीं मिलते हैं तब चंदना बाउरी भी पति के साथ काम करती है. पति पत्नी दोनों के पास मनरेगा कार्ड हैं. वह तीन बच्चों की मां भी है.
30 वर्षीय चंदना वरिष्ठ जिला भाजपा सदस्य हैं. इस उम्र में विधायक के तौर पर चुनाव लड़ना चंदना जैसी महिला के लिए बड़ी छलांग है. वह गंगाजलघाटी ब्लॉक के केलई गाँव में हर दिन सुबह 8 बजे कमल के प्रिंट वाली भगवा रंग की साड़ी पहने एक मैटाडोर में चुनाव प्रचार के लिए निकलती है और अक्सर अपने बेटे को साथ ले जाती है.
बीजेपी द्वारा उम्मीदवार बनाये जाने पर खुश होते हुए चंदना ने कहा “मुझे स्थानीय लोगों से 8 मार्च को अपने नामांकन के बारे में पता चला. उन्होंने टेलीविज़न पर समाचार देखा और कहा कि मैं एक गरीब परिवार से हूं. मुझे नामित करके, भाजपा ने दिखाया है कि एक नेता बनने के लिए वित्तीय स्थिति महत्वपूर्ण नहीं है. ”
Posted By: Pawan Singh