कोलकाता : पश्चिम बंगाल चुनाव 2021 के तीसरे चरण में सबसे ज्यादा दागी उम्मीदवार हैं. पश्चिम बंगाल इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डिमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने उम्मीदवारों के शपथ पत्र के विश्लेषण में यह खुलासा हुआ है.
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, बंगाल चुनाव के तीसरे चरण में सबसे ज्यादा 53 उम्मीदवारों पर आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं. इनमें 43 ऐसे हैं, जिन पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. उम्मीदवारों ने अपने शपथ पत्र में खुद चुनाव आयोग को यह जानकारी दी है.
पहले चरण में 5 जिलों की 30 विधानसभा सीट पर 191 उम्मीदवार थे. इनमें से 48 यानी 25 फीसदी ने कहा था कि उन पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. 42 (22 फीसदी) ऐसे उम्मीदवार थे, जिन्होंने कहा कि उनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
दूसरे चरण में 4 जिलों की 30 सीटों पर चुनाव हुए. कुल 171 उम्मीदवारों में से 43 यानी 25 फीसदी ने बताया कि उन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि 36 (21 फीसदी) ने कहा कि वे गंभीर आपराधिक मामलों का मुकदमा झेल रहे हैं.
तीसरे चरण में 205 उम्मीदवारों के शपथ पत्र का एडीआर ने विश्लेषण किया. इनमें 53 (26 फीसदी) उम्मीदवारों ने कहा है कि उन पर आपराधिक मामले चल रहे हैं, जबकि 43 (21 फीसदी) ने बताया है कि वे गंभीर आपराधिक मामलों के आरोपी हैं.
करोड़पति उम्मीदवारों की बात करें, तो पहले चरण से तीसरे चरण तक क्रमश: उनकी संख्या बढ़ती गयी है. पहले चरण में 19 (10 फीसदी) उम्मीदवारों ने अपनी संपत्ति करोड़ों में बतायी थी, तो दूसरे चरण में 26 (15 फीसदी) ने और तीसरे चरण में 33 (16 फीसदी) ने खुद को करोड़पति बताया है.
तीसरे चरण में उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 78.56 लाख
औसत संपत्ति की बात करें, तो पहले चरण के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 43.77 लाख रुपये थी, जबकि दूसरे चरण में यह बढ़कर 92.66 लाख रुपये हो गयी. तीसरे और अंतिम चरण में उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 78.56 लाख रुपये बतायी गयी है, जो पहले चरण के उम्मीदवारों से ज्यादा और दूसरे चरण के प्रत्याशियों से कम है.
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि तीसरे चरण में बंगाल के तीन जिलों हावड़ा, हुगली और दक्षिण 24 परगना की 31 विधानसभा सीटों पर 6 अप्रैल को मतदान होगा. हावड़ा की 7 सीटों के अलावा हुगली की 8 और दक्षिण 24 परगना की 16 सीटों पर वोटिंग होगी.
Posted By : Mithilesh Jha