कोलकाताः पश्चिम बंगाल की राजनीति में भूचाल ला देने वाले फर्जी वैक्सीनेशन कांड के सरगना देबांजन देव के बॉडीगार्ड को कोलकाता पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. देबांजन के बॉडीगार्ड रहे अरविंद वैद्य को गुरुवार की रात को पुलिस ने गिरफ्तार किया.
अरविंद बैद्य (पिता अमूल्य कुमार वैद्य) को दक्षिण 24 परगना जिला के सोनारपुर स्थित एपी नगर से पकड़ा गया. शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने अरविंद को पुलिस की हिरासत में भेज दिया है. पुलिस का आरोप है कि अरविंद बैद्य अच्छे से जानता था कि देबांजन गलत कार्यों में लिप्त है.
पुलिस का कहना है कि यह जानते हुए कि देबांजन देव लगातार गैरकानूनी काम कर रहा है, अरविंद वैद्य ने चुप्पी साधे रखी. इतना ही नहीं, अरविंद ने देबांजन की कई गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी भी की. हालांकि, अरविंद के परिजनों का कहना है वह राजनीति का शिकार हुआ है.
अरविंद वैद्य के मंझले भाई ने एक न्यूज चैनल को बताया कि उसका भाई सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से रिटायर हुआ है. उसने कई लोगों की मदद की, लेकिन अपने लिए कभी संपत्ति नहीं बनायी. उसका बैंक अकाउंट खाली पड़ा है. उसके घर में भी ज्यादा पैसे नहीं मिलेंगे. उसे फंसाया गया है.
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में पिछले दिनों कोरोना वैक्सीनेशन के नाम पर लोगों को फर्जी टीका लगाया जा रहा है. इसका सरगना देबांजन देव खुद को आईएएस ऑफिसर और कोलकाता नगर निगम का ज्वाइंट कमिश्नर बताता था. तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं और मंत्रियों के साथ उसकी तस्वीरें सामने आयीं थीं.
बंगाल की मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने सरकार पर हमले शुरू किये, तो ममता बनर्जी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इसके पीछे भाजपा की साजिश हो सकती है. इसके ठीक एक दिन बाद गुरुवार को तृणमूल के राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कई तस्वीरें जारी की.
अपराधी का बॉडीगार्ड राज्यपाल के साथ क्या कर रहा?
राज्यपाल की इस तस्वीर में अरविंद वैद्य नाम का शख्स भी दिख रहा है. सुखेंदु शेखर ने कहा कि यह अरविंद वैद्य वैक्सीनेशन कांड के सरगना देबांजन का बॉडीगार्ड है. उन्होंने पूछा कि एक अपराधी का बॉडीगार्ड राज्यपाल के साथ क्या कर रहा है. यह गंभीर मामला है. यह देश के लिए खतरा है.
इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा था कि तस्वीर में दिख रहा यह शख्स (अरविंद वैद्य) लिफाफा पहुंचाने के लिए राजभवन जाता था. सुखेंदु शेखर रॉय ने यह भी आरोप लगाया कि देबांजन के जरिये फर्जी टीकाकरण की साजिश में राज्यपाल जगदीप धनखड़ भी शामिल हो सकते हैं.
Posted By: Mithilesh Jha