बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयारी में थे जेएमबी के आतंकी, लैपटॉप में था यह वीडियो लोड

आतंकियों के ठिकानों पर एसटीएफ ने की छापेमारीडेटोनेटर, वायर कटर, छोटी एलइडी बल्ब समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान जब्तलैपटॉप में लोड किया हुआ था तीव्र क्षमता वाला बम बनाने की विधिकोलकाता : कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स की टीम ने हाल ही में बांग्लादेशी आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) के दो सक्रिय सदस्यों अब्दुल बारी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 6, 2019 2:02 AM

आतंकियों के ठिकानों पर एसटीएफ ने की छापेमारी
डेटोनेटर, वायर कटर, छोटी एलइडी बल्ब समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान जब्त
लैपटॉप में लोड किया हुआ था तीव्र क्षमता वाला बम बनाने की विधि
कोलकाता : कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स की टीम ने हाल ही में बांग्लादेशी आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) के दो सक्रिय सदस्यों अब्दुल बारी (28) और निजामुद्दीन खान (19) को उत्तर दिनाजपुर से तीन सितंबर को गिरफ्तार किया था. कोलकाता के नारकेलडांगा से गिरफ्तार मोहम्मद अब्दुल कासेम को गिरफ्तार करने के बाद एसटीएफ को इन दोनों संदिग्धों की जानकारी मिली थी, जिसके बाद गुप्त अभियान चला कर दोनों को उत्तर दिनाजपुर से गिरफ्तार किया गया. एसटीएफ सूत्रों का कहना है कि अब्दुल व निजामुद्दीन से पूछताछ के बाद दोनों के घरों की तलाशी लेने पर उनके ठिकानों से मिले सामान से पता चला कि वे बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयारी कर रहे थे.

एसटीएफ सूत्रों के अनुसार उत्तर दिनाजपुर के इटाहार स्थित निजामुद्दीन के घर में छापेमारी करने पर वहां से एक लैपटॉप व चार्जर, एक मोबाइल फोन, कैपेसिटर, छोटे आकार का एलइडी बल्ब, डेटोनेटर, वायर कटर, टेबल घड़ी, ग्लू स्टिक और हेक्सा ब्लेड मिला है. वहीं निजामुद्दीन के घर के पास मौजूद उसके ठिकाने में छापेमारी करने पर पुलिस को वहां से एक लैपटॉप व चार्जर के साथ एक सिमकार्ड मिला है. उनके लैपटॉप में तीव्र क्षमता वाला विस्फोटक बनाने का वीडियो लोड था.
अनुमान है कि अपने नये ऑपरेशन के पहले इन तरीकों का इस्तेमाल कर ये लोग विस्फोटक बनाने की तैयारी कर रहे थे. कोलकाता पुलिस के ज्वायंट सीपी (एसटीएफ) शुभंकर सिन्हा सरकार ने बताया कि गिरफ्तार जेएमबी के संदिग्ध आतंकी इन वस्तुओं का क्या करनेवाले थे, उनकी भविष्य की क्या प्लानिंग थी? कहां से वह इन वस्तुओं को लाते थे? इन इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के इस्तेमाल से वह कितना घातक विस्फोटक बनाने की तैयारी में थे? ऐसे कई सवालों का जवाब आरोपियों से जानने की कोशिश की जा रही है.

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