Varanasi: श्रीरामचरितमानस को लेकर काशी के एक शख्स ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी उपलब्धि हासिल करने का काम किया है. श्रीरामचरितमानस अब विश्व का सबसे लंबा गीत बन चुका है. वाराणसी के डॉ. जगदीश पिल्लई ने 138 घंटे 41 मिनट और 20 सेकेंड के इस श्रीरामचरितमानस गीत को अपनी आवाज दी है. इससे पहले भी वह कई रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं. डॉ. पिल्लई पांच सौ से ज्यादा पुस्तकों के लेखक हैं.
चार साल की मेहनत का मिला सुखद परिणाम
वाराणसी निवासी डॉ. पिल्लई ने बताया कि इस काम को पूरा करने में चार साल का समय लग गया. श्रीरामचरितमानस गीत अंतराष्ट्रीय स्तर पर 100 से अधिक ऑडियो चैनल पर प्रसारित हो चुका है. इसलिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ने इसे लांगेस्ट ऑफिशियली रिलीज्ड साॅन्ग के तौर पर दर्ज किया है.
हिंदी भाषी नहीं होने के कारण करनी पड़ी बहुत मेहनत
डॉ. पिल्लई उत्तर प्रदेश के सबसे ज्यादा पांच बार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्डधारी बन गए हैं. वहीं उनको मिली इस उपलब्धि के बाद लोग लगातार शुभकामनाएं दे रहे हैं. खास बात है कि डॉ. जगदीश पिल्लई हिंदी भाषी नहीं हैं. इसके बावजूद उन्होंने अवधी में इतने सुंदर एवं भावनात्मक तरीके से भजन व कीर्तन के साथ इतने लंबे गीत को खुद धुन देकर गाया, इसकी बेहद सराहना की जा रही है.
अब तक 115 घंटे 45 मिनट का था रिकॉर्ड
इसके पहले सबसे लंबा गीत 115 घंटे 45 मिनट का था जो एक दिसंबर 2021 को सेंट एल्बंस हर्टफोर्डशायर यूके में रहने वाले मार्क क्रिस्टोफर ली और द पॉकेट गॉड्स ने गाया था. उन्होंने एक ही तरह के वाद्य संगीत बजाकर इस रिकॉर्ड को हासिल किया था. वहीं डॉ. जगदीश पिल्लई ने खुद धुन बनाई और 138 घंटे 41 मिनट 20 सेकंड का लंबा गीत तैयार किया.
भाषा उच्चारण को लेकर साथियों ने की मदद
डॉ. जगदीश पिल्लई के मुताबिक वह 2016 से ही दुनिया के सबसे लंबे गाने के रिकॉर्ड तोड़ने की कोशिश में लगे थे. श्रीरामचरितमानस के अवधी भाषा में होने के कारण इसके उच्चारण को समझने के लिए उन्होंने अपने दोस्त प्रदीप मिश्रा की मदद ली. इसके बाद रिकॉर्डिंग के लिए एक अन्य साथी दीपक जायसवाल से संपर्क किया. दीपक जायसवाल को भी गिनीज पार्टिसिपेशन सर्टिफिकेट से सम्मानित किया गया है.
कई रिकॉर्ड कर चुके हैं अपने नाम
डॉ. जगदीश पिल्लई ने वाराणसी का नाम पहली बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में 2012 में दर्ज कराया था. उन्होंने सबसे कम समय में एनीमेशन मूवी बनाकर 2012 में एक कैनेडियन का रिकॉर्ड तोड़ा था. कैनेडियन ने जो काम छह घंटे में किया था, डॉ. पिल्लई ने उसे साढ़े तीन घंटे में पूरा किया. इसके बाद दूसरा रिकॉर्ड 16,300 पोस्टकार्ड से लांगेस्ट लाइन ऑफ पोस्टकार्ड बनाया. तीसरी बार लार्जेस्ट पोस्टर अवेयरनेस कैंपेन और चौथी बार योगा जनजागरूकता अभियान के तहत सबसे लंबा लिफाफा बनाकर अपना नाम गिनीज रिकॉर्ड में दर्ज कराया था.