प्रयागराज: उमेश पाल हत्याकांड मामले में आरोपी माफिया अतीक अहमद के नाबालिग बेटे बाल सरंक्षण गृह में हैं. प्रयागराज पुलिस ने शनिवार को सीजेएम कोर्ट प्रयागराज में इसका खुलासा किया है. इंस्पेक्टर धूमन गंज राजेश कुमार मौर्य ने सीजेएम कोर्ट में जो प्रार्थना पत्र दिया है, उसमें बताया गया है कि उन्हें कसारी मसारी क्षेत्र में पाया गया था. इसके बाद पुलिस ने 2 मार्च को दोनों को बाल संरक्षण गृह में दाखिल करा दिया है.
माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन के प्रार्थना पत्र पर शनिवार को सीजेएम कोर्ट में सुनवाई थी. प्रयागराज पुलिस ने कोर्ट में पेश की गयी रिपोर्ट में अतीक के नाबालिग बेटों को बाल सुधार गृह में भेजने की बात स्वीकार की है. सीजेएम कोर्ट में अगली सुनवाई 6 मार्च को होगी. शाइस्ता परवीन ने बेटों के पुलिस हिरासत में होने की बात कही थी.
धूमनगंज पुलिस ने कोर्ट में बताया है कि उमेश पाल व उनके दो गनर की हत्या के बाद शाइस्ता परवीन सपरिवार अपने निवास स्थान से हट गयीं थी. दोनों बेटे चकिया कसारी मसारी क्षेत्र में मिलने की सूचना के बाद उन्हें नाबालिग मानते हुए बाल संरक्षण गृह में 2 मार्च को भर्ती कराया गया है. पुलिस ने शाइस्ता के आरोपों को पेशबंदी में गुमराह करने वाला बताया है.
गौरतलब है कि माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने अपने एडवोकेट विजय मिश्रा के माध्यम से सीजेएम कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि उमेश पाल हत्याकांड के दिन ही धूमनगंज थाने की पुलिस उनके दो बेटों को उठाकर ले गयी है. अभी तक उनका पता नहीं चल पाया है, ना ही पुलिस इसकी जानकारी दे रही है. शाइस्ता ने अपनी अर्जी में कहा था कि उमेश पाल हत्याकांड में उनके पूरे परिवार को आरोपी बनाते हुए विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. उसने गुहार लगायी थी कि उनके बेटे किसी मामले में वांछित हैं तो पुलिस से रिपोर्ट मांगी जाये. इसके बाद सीजेएम कोर्ट ने दो दिन में पुलिस से रिपोर्ट तलब की थी.