Noida: दिल्ली, एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है. जल्द ही नोएडा से कई शहरों में पर्यटकों के लिए हेलीकॉप्टर सेवा शुरू होगी. इसके जरिए वह उत्तराखंड सहित 500 किलोमीटर के दायरे में आन वाले अहम पर्यटन स्थलों की यात्रा कर सकेंगे.
9.2 एकड़ में तैयार होगा हेलीपोर्ट
नोएडा के सेक्टर-151ए में करीब 9.2 एकड़ में लगभग 43 करोड़ की लागत से प्रस्तावित हेलीपोर्ट से यह सुविधा मिलेगी. नोएडा प्राधिकरण ने इस परियोजना में सिंगल बिड खोलने की मंजूरी दी है. शासन से भी हरी झंडी मिल चुकी है. इसके बाद अब बिड खोलकर दस्तावेज की जांच के लिए कंसल्टेंट कंपनी राइट्स को भेज दिए गए हैं. योजना के लिए दक्षिण भारत की कंपनी रिफेक्स एयरपोर्टस एंड ट्रांसपोर्टेशन प्राइवेट लिमिटेड ने टेंडर भरे थे. अब जांच में दस्तावेज सही पाए जाने पर एक महीने में हेलीपोर्ट का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा.
कंपनी के दस्तावेज का होगा तकनीकी परीक्षण
नियम प्रक्रिया के मुताबिक अब कंपनी के दस्तावेज का तकनीकी परीक्षण होगा. इसमें इस बात की जांच होगी कि प्राधिकरण ने जिस मानक पर दस्तावेज मांगे थे, कंपनी उन पर खरा उतर पा रही है या हनीं. सब कुछ सही पाए जाने पर फाइनेंशियल बिड खोली जाएगी. इससे प्रोजेक्ट की लागत साफ हो सकेगी. वहीं कंपनी को एक साल में हेलीपोर्ट का निर्माण कार्य पूरा करना होगा. इसके बाद पर्यटकों को यहां से 20 शहरों के लिए हेलीकॉप्टर सेवा शुरू हो सकेगी.
इस तरह तैयार किया गया है हवाई यात्रा का प्लान
500 किलोमीटर के दायरे में जाएंगे हेलीकॉप्टर.
दर्शनीय और धार्मिक स्थलों की होगी हवाई यात्रा.
पूरी यात्रा हेलीकॉप्टर से ही होगी.
कनेक्टिंग हेलीपोर्ट के जरिए कर सकते हैं चारधाम की यात्रा.
बदरीनाथ, केदारनाथ, देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, मसूरी समेत कई दर्शनीय स्थलों पर जाने का मिलेगा मौका.
हेलीपोर्ट की सुविधा वाली जगह से बनाई जाएगी कनेक्टिविटी.
चयनित कंपनी को अगले 30 साल तक पीपीपी मॉडल पर काम करना होगा.
कंपनी हेलीपोर्ट निर्माण में जितनी राशि लगाएगी, उसको हेलीपोर्ट का संचालन कर वसूल करेगी.
नोएडा प्राधिकरण का भी राजस्व में शेयर होगा.
हेलीपोर्ट पर 12 यात्रियों वाले 6 हेलीकॉप्टर की सुविधा मिलेगी.
इसके अलावा 32 यात्रियों वाले दो हेलीकॉप्टर यहां होंगे.
इसमें एमआई 172, बेल जैसे हेलीकॉप्टर की सुविधा मिलेगी.