Meerut: प्रदेश के मेरठ जनपद में ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के हरी नगर में होलिका दहन के चंदे को लेकर दो पक्षों में तनाव हो गया. विवाद इतना बढ़ गया कि रविवार रात दोनों पक्षों में मारपीट के साथ जमकर पथराव हुआ, कांच की बोतलें फेंकी गई, जिसमें कई लोगों के घायल होने के साथ मौके पर खड़े वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए. सूचना पर प्रशासन और पुलिस के आला अफसर मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में किया. घटना को लेकर क्षेत्र में तनाव बना हुआ है. मौके पर कई थानों की फोर्स को तैनात कर दिया गया है.
कहासुनी बढ़ने पर दोनों पक्षों के लोगों के जुटने से हुआ बवाल
बताया जा रहा है कि मेरठ के ब्रह्मपुरी हरीनगर के लोग रविवार को होली का चंदा इकट्ठा कर रहे थे. ये लोग पास में दूसरे समुदाय के लोगों की दुकानों पर भी चंदा लेने पहुंचे. इस दौरान किसी के इनकार करने पर विवाद शुरू हुआ. देखते ही देखते दोनों पक्षों में कहासुनी बढ़ गई और दोनों पक्षों के लोग आमने सामने आ गए और जमकर पथराव हुआ.
प्रशासन-पुलिस के अफसर मौके पर पहुंचे
शहर में होली के पहले बवाल की जानकारी मिलते ही पुलिस के आला अफसर मौके पर पहुंचे. जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और एसपी सिटी सहित अन्य अफसरों ने स्थिति को संभाला. कई थानों की फोर्स को भी मौके पर बुलाया गया. प्रशासन और पुलिस के अफसरों ने दोनों समुदाय के गणमान्य लोगों के साथ बैठक कर शांति बनाए रखने और अपने समाज के लोगों को समझने की अपील की.
इन पर हमले का आरोप
एसपी सिटी पीयूष सिंह ने बताया कि पथराव में दो व्यक्ति घायल हुए हैं. क्षेत्र में कई थानों की पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है. पुलिस अफसरों के मुताबिक दो पक्षों के बीच किसी बात पर विवाद बढ़ने के कारण पथराव हुआ. घटना के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा रहा है. मामले में मुकदमा दर्ज कर दोषियों पर कार्रवाई की जा रही है. उधर एक पक्ष का आरोप है दूसरे पक्ष ने उसके चंदा मांगने पर टिप्पणी की और भीख मांगने जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया. स्थानीय पार्षद शहजाद मेवाती सहित पार्षद के भाई भूरा, उसके दोनों बेटे, इंतजार, सेफू कपड़े वाला और उसके बेटे पर हमले का आरोप है.
लखनऊ से लिया गया मामले का अपडेट
उधर मामले की गूंज लखनऊ तक पहुंची. शासन स्तर से तत्काल मेरठ से संबंधित प्रशासन और पुलिस अफसरों को निर्देश दिए गए. इसके बाद वहां के अधिकारियों से लगातार घटना की जानकारी ली जाती रही. खास बात है कि दो दिन पहले ही जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने सभी धर्मो के गणमान्य लोगों के शांति बैठक की थी. लोगों ने आश्वासन दिया था कि होली और शब ए बारात को लेकर शांति बनाए रखेंगे. इसके बाद भी होली से पहले ही ये घटना घटित हो गई.