Meerut: यूपी में कुख्यात अपराधियों पर शिकंजा कसने की कड़ी में योगी सरकार की नजरें अब मेरठ के माफिया बदन सिंह बद्दो पर टेढ़ी हो गई हैं. इस शातिर अपराधी पर इनाम की राशि दोगुना करते हुए पांच लाख कर दी गई है. डीजीपी मुख्यालय ने बदन सिंह बद्दो पर इनाम की धनराशि 2.50 लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख करने की संस्तुति की थी, जिसके बाद प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने इसे मंजूरी देते हुए शासनादेश जारी कर दिया.
बदन सिंह बद्दो 28 मार्च 2019 से है फरार
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक मेरठ के बदन सिंह बद्दो का नाम प्रदेश स्तर पर चयनित 66 माफियाओं की सूची में शामिल है. हालांकि इस सूची में फिलहाल 64 माफिया ही बचे हैं. मेरठ जनपद के टीपी नगर थाना क्षेत्र स्थित बेरीपुरा गांव निवासी बदन सिंह बद्दो 28 मार्च 2019 से फरार है. पश्चिमी यूपी में अपराध की दुनिया में बेहद चर्चित नाम बदन सिंह बद्दो पर 47 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं.
2017 से उम्र कैद की सजा काट रहा था बदन सिंह बद्दो
बदन सिंह बद्दो 2017 से फर्रुखाबाद जनपद की फतेहगढ़ सेंट्रल जेल में उम्र कैद की सजा काट रहा था. उसने 1996 में दिल्ली के कुख्यात इनामी भोलू और अपने गुर्गों के साथ मिलकर अधिवक्ता रवींद्र पाल सिंह की हत्या कर दी थी. रवींद्र पाल के भाई अधिवक्ता देवेंद्र पाल ने लंबी कानूनी लड़ाई लड़ने के बाद बदन सिंह बद्दो को सजा दिलाने में सफलता हासिल की. इस हत्याकांड में बदन सिंह बद्दो को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. ये पहला मामला था, जिसमें उसे सजा सुनाई गई.
पुलिसकर्मियों को शराब पिलाकर लग्जरी कार से हुआ फरार
बदन सिंह बद्दो के फरार होने की घटना भी किसी फिल्म की स्क्रिप्ट जैसी है. दरअसल फर्जी आरसी बनाने के एक मुकदमे में बद्दो को फर्रुखाबाद पुलिस 28 मार्च 2019 को गाजियाबाद कोर्ट में लेकर पहुंची थी. पेशी के बाद वापसी में बदन सिंह बद्दो ने पुलिसकर्मियों को मेरठ से चलने के लिए राजी कर लिया. यहां बड़े होटल में उसने पुलिसकर्मियों को शराब पिलाई और फिर अपने साथियों सहित लग्जरी कार से फरार हो गया. मामले में पुलिसकर्मियों पर कड़ा एक्शन भी लिया गया था. इसके बाद से ही बदन सिंह बद्दो का कोई सुराग नहीं मिला है. एसटीएफ उसकी तलाश में लगातार जुटी हुई है.
महंगी लाइफस्टाइल के कारण रहा सुर्खियों में
यूपी का ये मास्टरमाइंड अपनी महंगी लाइफस्टाइल के कारण काफी सुर्खियों में रहा. महंगे कपड़े और महंगे जूते पहनने का उसे बेहद शौक है. बदन सिंह 'बद्दो' का जीवन और अपराध बॉलीवुड फिल्मों में दिखाई जाने वाली गैंगवार और किंगपिन की दुनिया से कम नहीं है.
जालंधर से मेरठ आए थे बद्दो के पिता, शुरू किया कारोबार
बदन सिंह बद्दो के परिवार की बात करें तो उसके पिता चरण सिंह जालंधर से बेरीपुर मेरठ में आए. चरण सिंह ने परिवार का गुजारा करने के लिए ट्रकों के ड्राइवर का काम शुरू किया और बाद में खुद का अपना ही ट्रांसपोर्ट का बिजनेस शुरू किया. बद्दो सात भाई थे और वह सबसे छोटा था. अपराधियों के बीच संगत के कारण बदन सिंह बद्दो उनसे जुड़ गया. शराब की तस्करी के बाद उसने कई अवैध काम किए. उसने मेरठ सहित पूरे यूपी, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान और आंध्र प्रदेश में वारदातें की. इसके बाद वह पश्चिमी यूपी के कुख्यात गैंगस्टर रविंद्र भूरा के गैंग में शामिल हो गया.
वकील रविंद्र सिंह हत्याकांड के बाद आया सुर्खियों में
बद्दो 1996 में वकील रविंद्र सिंह हत्या के कारण सुर्खियों में आया. इसी केस में उसे 31 अक्टूबर 2017 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई, लेकिन वह फरार हो गया. बदन सिंह बद्दो की लोकेशन पिछले दोनों पेरिस में मिली थी. उसने कुछ समय पहले सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट डाली थी और यूपी के पूर्व डीजीपी को लेकर कमेंट किए थे. फरारी के बाद भी वह सोशल मीडिया पर कई बार एक्टिव रहा. लेकिन, एसटीएफ आज तक उसका सुराग नहीं लगा सकी है. कहा जा रहा है कि बदन सिंह बद्दो ने आस्ट्रेलिया और यूरोप के देशों में पनाह ली है. हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है. वहीं उसकी करोड़ों की सपंत्ति अब तक जब्त की जा चुकी है. वहीं अब इनाम की राशि पांच लाख होन के साथ ही उसके खिलाफ जल्द रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा सकता है.