UP Weather Update: यूपी में पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान में असर देखने को मिला है. प्रदेश में राजधानी लखनऊ सहित कई जगह गुरुवार सुबह बारिश और तेज हवाओं की वजह से लोगों को गर्मी से राहत मिली है. बुधवार रात से ही जहां हवा में नमी देखने को मिल रही थी, वहीं गुरुवार सुबह से आसमान में काले बादल छाए रहे. इसके अलावा हवाओं की वजह से मौसम सुहाना हो गया.
भीषण गर्मी के बीच प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों में पारा जहां 40 डिग्री तक पहुंच गया था, वहीं अब इसमें गिरावट देखने को मिली है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक बुधवार को हीट वेव का आखिरी दिन था. अब गर्मी से राहत मिलेगी. मौसम विभाग ने इस महीने के अंत तक प्रदेश में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई है. गुरुवार को कई जगह बारिश और तेज हवाएं चलने के आसार हैं.
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ की वजह से फिलहाल पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ज्यादा बारिश की स्थिति देखने को मिल रही है. हवा में नमी आने के साथ ही लो प्रेशर बनने लगता है, जिससे कई जनपदों में बारिश हो रही है. जहां भी लो प्रेशर बनेगा, उस जिले में बारिश हो जाएगी. वहीं अभी जितनी गर्मी पड़ेगी, उतनी बारिश अच्छी होगी. हिंद महासागर डाईपोल अभी पॉजिटिव बना हुआ है, इसका मतलब है कि अभी अच्छी बारिश के संकेत हैं. उत्तर प्रदेश में जून के आखिरी हफ्ते में मानसून एंट्री कर सकता है। इस बार बारिश अच्छी होने की संभावना है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक गुरुवार को प्रदेश में तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि के आसार हैं. पश्चिमी यूपी में इसका ज्यादा असर देखने को मिलेगा. प्रदेश में बारिश, ओलावृष्टि के बीच 50-60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने के आसार हैं. 26, 27 और 28 मई को भी ऐसे ही मौसम की संभावना है. हालांकि हवाओं की रफ्तार कुछ कम होकर 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है.
इसके बाद 29 मई को पूर्वी यूपी के छिटपुट स्थानों पर बारिश, गरज के साथ छींटे पड़ने के आसार हैं. वहीं 30 मई को राज्य के कई स्थानों पर बारिश, गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं. अगले चौबीस घंटे के दौरान अधिकतम तापमान में 4-6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने की संभावना है. इसके बाद धीरे-धीरे इसमें इजाफा होगा. वहीं न्यूनतम तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस तक नीचे जा सकता है. इसके बाद इसमें भी इजाफा होगा.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक एक ट्रफ रेखा उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश से दक्षिण उत्तर प्रदेश होते हुए पश्चिम बंगाल के तट तक फैली हुई है. एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बिहार और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है. बिहार के ऊपर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से छत्तीसगढ़ तक एक ट्रफ बनी हुई है. एक ट्रफ रेखा निचले स्तरों पर विदर्भ से उत्तर केरल होते हुए मराठवाड़ा और आंतरिक कर्नाटक तक फैली हुई है. एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य पाकिस्तान और इससे जुड़े क्षेत्रों पर बना हुआ है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक प्रदेश में बीते चौबीस घंटों में बांदा में अधिकतम तापमान 44.6 डिग्री दर्ज किया गया. वहीं न्यूनतम तापमान मेरठ में 22.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.