Holika Dahan 2023: फाल्गुन माह के पूर्णिमा तिथि के दिन होलिका दहन का त्योहार मनाया जाता है. इस त्योहार का इंतजार लोग करते रहते है. यह त्योहार सभी धर्म के लोग मिलजुल मानते है. होलिका दहन जिसे कही पर छोटी होली के नाम से जाना जाता है. इस बार होलिका दहन भारत के अन्य हिस्से में महाराष्ट्र, कर्नाटक तथा दक्षिण के राज्यों में होलिका दहन 6 मार्च 2023 को किया जाएगा. इसके अलावा उतर प्रदेश बंगाल, झारखंड, बिहार असम होलिका दहन 7 मार्च 2023 को किया जाएगा. यह सूर्यास्त के बाद प्रदोष के समय जब पूर्णिमा तिथि व्यापत हो, उसी समय होलिका दहन किया जाता है. होलिका दहन के लिए प्रदोष, व्यापिनी पूर्णिमा तिथि में होलिका दहन शुभ मानी जाती है.
होलिका दहन के दिन करें ये काम
होलिका दहन का मुहूर्त किसी त्योहार के मुहुर्त से ज्यादा महतवपूर्ण होता है. होलिका दहन अगर शुभ मुहूर्त पर नहीं किया जाये, तो दुखदायी होता है साथ में नकारात्मक शक्तियां घर में विराजमान हो जाते है. जिसे इंसान को आर्थिक तथा शाररिक क्षति होता है. वेवजह के घर में तनाव बना रहता है. इस वर्ष होली को लेकर लोगों का अलग-अलग विचार बना रहें है. जिसे लोगों को असमंजस की स्थिति में है. कही पर तो भद्रा को लेकर लोगों का विचार अलग बन रहा है. धर्म सिन्धु के अनुसार भद्रा मुख में होलिका दहन किया जाता है तो उस गांव तथा शहर के अंतर्गत जो निवास करते है तथा वहां के लोग काफी परेशानी झेलते है.
होलिका दहन मुहूर्त
ऋषिकेश पञ्चांग के अनुसार भद्रा काल का मुहूर्त 6 मार्च 2023 को शाम 3 बजकर 56 मिनट से शुरु होगा और 7 मार्च 2023 को सुबह 4 बजकर 48 मिनट तक रहेगा.
07 मार्च 2023 दिन मंगलवार समय संध्या 06 बजकर 24 मिनट से 08 बजकर 51 मिनट तक रहेगा.
भद्रा पूंछ सुबह 12 बजकर 43 मिनट से 02 बजकर 01 मिनट सुबह तक
भद्रा मुख सुबह 02 बजकर 01 मिनट से 04 बजकर 11 मिनट सुबह तक
फाल्गुन पूर्णिमा तिथि का समाप्ति 07 मार्च 2023 दिन मंगलवार समय संध्या 06 बजकर 09 मिनट तक.
पञ्चांग के अनुसार होलिका दहन 07 मार्च 2023 को होलिका दहन करें.
ऋषिकेश पंचाग के अनुसार होली उत्तरप्रदेश के केवल काशी में जो भोलेनाथ का स्थान है, वहां पर होलिका दहन का शुभ मुहूर्त
6 मार्च 2023 दिन सोमवार समय रात्रि 12 बजकर 23 मिनट से 01 बजकर 35 मिनट तक होलिका दहन किया जाएगा. परंपरा अनुसार काशी में होली 07 मार्च 2023 को मनाया जायेगा.
जानें जरुरी बातें
होली का व्रत के लिए पूर्णिमा का मान 6 मार्च सोमवार को होगा. आज 3 बजकर 57 मिनट के बाद पूर्णिमा तिथि लग गई है, क्योंकि होलिका दहन पूर्णिमा की रात में भद्रा के पश्चात किया जाता है. इसलिए 6 मार्च सोमवार की रात 12 बजकर 23 मिनट से लेकर 1 बजकर 35 मिनट तक होलिका दहन का मुहूर्त बन रहा है. इसी समय के बीच होलिका का पूजन कर विधि विधान से होलिका दहन किया जाएगा. स्नान दान के लिए पूर्णिमा एवं काशी में रंग की होली का प्रसिद्ध पर्व 7 मार्च दिन मंगलवार को मनाया जाएगा. होलिका दहन के बाद से ही रंग की होली प्रारंभ हो जाती है.
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
मो. 8080426594/9545290847