Lucknow: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ में जालसाज संजय राय शेरपुरिया के सहयोग नहीं करने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. ईडी की टीम उससे पूछताछ में राज उगलवाने की कोशिशों में जुटी थी. बताया जा रहा है कि संजय शेरपुरिया सवालों के जवाब देने के बीच ईडी को भ्रमित करने का प्रयास कर रहा था, इस वजह से उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. अब ईडी कोर्ट से संजय शेरपुरिया की कस्टडी रिमांड मांग कर उससे नए सिरे से पूछताछ करेगी.
संजय शेरपुरिया पर मनी लॉन्ड्रिंग, टैक्स चोरी सहित कई गंभीर आरोप
संजय शेरपुरिया पर मनी लॉन्ड्रिंग, टैक्स चोरी, बड़े नेताओं की फोटो का इस्तेमाल कर धन उगाही करने समेत कई अन्य गंभीर आरोप हैं. बताया जा रहा है कि ईडी ने लखनऊ जेल के अफसरों को संजय शेरपुरिया का अरेस्ट मेमो साैंप दिया है. अब उसके खिलाफ वारंट-बी भी दाखिल किया जाएगा. वारंट-बी दाखिल करने के बाद संजय शेरपुरिया को जेल से बाहर आने के लिए मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में भी अपनी जमानत करानी होगी.
कानपुर से गिरफ्तारी के बाद लखनऊ में एफआईआर दर्ज
ईडी ने संजय राय शेरपुरिया के विरुद्ध कई ठोस साक्ष्य जुटाए हैं. संजय शेरपुरिया को एसटीएफ ने विगत 25 अप्रैल को कानपुर सेंट्रल स्टेशन से पकड़ा था. राजधानी लखनऊ के विभूतिखंड थाने में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जेल भेज गया था. मामले की जांच एसटीएफ कर रही है, वहीं ईडी ने भी इस मामले में कस दर्ज किया है. इसके बाद से ईडी और एसटीएफ की टीमें संजय शेरपुरिया से पूछताछ में जुटी हैं.
कई बार चुप्पी तो कभी गुमराह करने की कोशिश
बताया जा रहा है कि सवालों के दौरान संजय शेरपुरिया ने कई बार चुप्पी साध ली तो कई बार टीम को गुमराह करने का प्रयास किया. उसने पूछताछ के दौरान बड़े लोगों से संबंधों के आधार पर अपना रुतबा दिखाने की भी कोशिश की. संजय शेरपुरिया से अब तक मिली जानकारी और साक्ष्यों के आधार पर ईडी कई नेताओं और अफसरों से भी पूछताछ कर सकती है.