लखनऊ: यूपी कांग्रेस जातीय जनगणना और आरक्षण बढ़ाने के लिये मंडलवार सम्मेलन करेगी. इन सम्मेलन में जातीय जनगणना और ओबीसी आरक्षण बढ़ाने के लिए जिला वार आंदोलनों की रूपरेखा तय की जाएगी. उत्तर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर गुरुवार को सामाजिक न्याय के पुरोधा पूर्व कैबिनेट मंत्री स्व. चंद्रजीत यादव की पुण्यतिथि के मौके पर यह घोषणा की गयी.
टोल फ्री नंबर 8744894894 जारी
सम्मेलन में समर्थन के लिए टोल फ्री नंबर 8744894894 जारी किया गया. जिस पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता ओम प्रकाश ठाकुर ने पहला मिस्ड कॉल करके इस नंबर की शुरुआत की गई. टोल फ़्री नंबर से पूरे प्रदेश में विधानसभावार समर्थन जुटाया जाएगा. इस टोल नंबर को सोशल मीडिया, पर्चे और पोस्टर के ज़रिए प्रचारित किया जाएगा.
पिछड़ी जातियों को एकजुट करने की कवायद
वक्ताओं ने कहा कि लगभग चार महीने से पिछड़ी जातियों की छोटी-छोटी बैठकें हो रही हैं. मुजफ्फर नगर, मऊ, देवरिया, इलाहाबाद, कानपुर, लखनऊ में इस तरह की बैठकें पिछले महीने में हुई थीं. अब इसे आगे बढ़ाया जाएगा. इस मौके पर जातीय जनगणना और आरक्षण बढ़ाने के लिए सड़क से सदन तक संघर्ष करने का ख़ाका भी नेताओं ने तैयार किया.
भर्तियों में नहीं मिल रहा ओबीसी समाज को उसका हक
वक्ताओं ने कहा कि ओबीसी समाज भारत की रीढ़ है. मेहनतकश जातियों ने देश के निर्माण में अपना खून पसीना लगाया है. लेकिन मोदी और योगी सरकार में ओबीसी जातियों के अधिकारों के ऊपर डाका डाला जा रहा है. मोदी-योगी सरकार में शायद कोई भर्ती रही हो, जिसमें ओबीसी समाज को उनका हक़ मिला हो. भाजपा पिछड़ों का वोट तो लेती है लेकिन उनका हक़ नहीं देती है.
जातीय जनगणना से देश की मुकम्मल तस्वीर बनेगी
जातीय जनगणना के बग़ैर सामाजिक न्याय की अवधारणा को पूरा नहीं किया जा सकता है. जातीय जनगणना ना सिर्फ़ देश की एक मुकम्मल तस्वीर होगी बल्कि इससे लोकतंत्र को मज़बूती मिलेगी. भाजपा ने भ्रम फैलाने के लिए तमाम कमीशनों का गठन किया है. लेकिन बिना जातीय जनगणना के उनकी सिफ़ारिशों पर भरोसा नहीं किया जा सकता. क्योंकि इन कमीशनों में पिछड़ी जातियों की संख्या जान बूझकर कम बतायी गयी है.
सोशल मीडिया पर जातीय जनगणना की बात करने वाले धोखेबाज
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जातीय गिनती और ओबीसी आरक्षण बढ़ाने को लेकर सड़क पर संघर्ष किया जाएगा. ट्विटर और फ़ेसबुक पर जातीय जनगणना की बात करने वाले सियासी दल ओबीसी समाज को सिर्फ़ धोखा दे रहे हैं. इस मौके पर नेताओं को सम्मेलन के लिये मंडलवार जिम्मेदारी भी सौंपी गयी.
पिछड़े वर्ग के नेता रहे मौजूद
सम्मेलन में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रांतीय अध्यक्ष एवं विधायक वीरेंद्र चौधरी, अनिल यादव, संगठन सचिव अनिल यादव, प्रदेश महासचिव विदित चौधरी, सरिता पटेल, जयकरन वर्मा, अभिषेक पटेल, प्रदेश सचिव मुकेश धनगर, जनक कुशवाहा, अनूप वर्मा सोनी, युवा कांग्रेस पश्चिमी जोन के अध्यक्ष ओमवीर यादव, महिला कांग्रेस बुंदेलखंड जोन की अध्यक्ष ममता राजपूत, ओबीसी विभाग के अध्यक्ष मनोज यादव ने विचार रखे.
इसके अलावा फिशरमैन कांग्रेस के चेयरमैन देवेंद्र निषाद, देवेंद्र कश्यप, दीपक चोटी वाला, राम उजागर यादव, अर्चना राठौर, प्रहलाद पटेल, राहुल राजभर, अनामिका यादव, कुंवर सिंह निषाद, राजीव लोचन निषाद, तरुण पटेल, सुभाष पाल, ओमप्रकाश ठाकुर, कैलाश चौहान, लोटन राम निषाद, संजय चौहान, राजेश्वर पटेल भी मौजूद थे.
सम्मेलन में इन प्रस्तावों पर लगी मुहर
सामाजिक न्याय की अवधारण बिना जातीय जनगणना के पूरा नहीं हो सकती है, लोकतंत्र को मज़बूत करने के लिए जातीय जनगणना ज़रूरी है.
आरक्षण की 50 फ़ीसदी की सीमा को तत्काल हटाया जाए ताकि पिछड़ी जातियों को उनकी आबादी के अनुपात में आरक्षण मिले.
ओबीसी का आरक्षण बढ़ाकर आबादी के अनुपात में आरक्षण सुनिश्चित किया जाए.
पिछडे़ वर्ग का उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति के आधार पर समानुपातिक रुप से पिछड़ा, अतिपिछड़ा व सर्वाधिक पिछड़ा वर्ग में विभाजन करना.