Lucknow: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हरदोई के सण्डीला औद्योगिक क्षेत्र में 37 एकड़ के क्षेत्र में बर्जर ग्रुप की एशिया कह सबसे बड़े बहु-उत्पाद पेंट फैक्टरी का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 से पहले यूपी में निवेश केवल पहले एनसीआर तक सीमित था. लेकिन, गलोबल इन्वेस्टर्स समिट ने इस मिथक को तोड़ने का काम किया है. सभी 75 जिलों में निवेश को लेकर प्रस्ताव मिले हैं.
एमओयू में किए वादे समय से होंगे पूरे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार सभी निवेशकों को सुरक्षित निवेश की गारंटी उपलब्ध कराती है. निवेशकों से एमओयू के दौरान जो भी वादे किए गए होंगे, उनको समय से पूरा करने का काम सरकार करेगी. उन्होंने उम्मीद जताई कि निवेशक न सिर्फ अपना कारोबार बढ़ाएंगे, उसका विस्तार करेंगे, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम को आगे बढ़ाने की दिशा में कदम उठाएंगे.
यूपी में नई औद्योगिक क्रांति को मिली रफ्तार
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब समय आ गया है कि जब हम स्थानीय इंस्टीट्यूशंस को भी इंडस्ट्री के साथ जोड़कर काम करें. आने वाले समय में मैन पावर, स्किल डेवलपमेंट के लिए काम करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में नई औद्योगिक क्रांति को रफ्तार मिली है. यूपी की कानून व्यवस्था देश में नजीर बनी है. पहले यूपी में दिया तले अंधेरा था. उत्तर प्रदेश की क्षमता सभी ने स्वीकार की है.
जहां चुनौती वहीं अवसर के रास्ते भी
मुख्यमंत्री ने कोरोना काल का जिक्र करते हुए कहा कि जहां चुनौती होती है, वहीं अवसर के रास्ते भी होते हैं. उन्हीं चुनौतियों के बीच से एक अवसर औद्योगिक विकास विभाग ने संडीला में बनाने का प्रयास किया और आज उसका परिणाम है कि 1000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के प्रस्ताव को बर्जर पेंट्स ने नई इकाई के जरिए धरातल पर उतारने का काम किया है. उन्होंने कहा कि ये औद्योगिक निवेश के नए युग की ओर प्रस्थान करना है.
रिकार्ड समय में प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारा
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर के बाद लगता था कि आगे क्या होगा. उन सभी चुनौतियों का सामना करते हुए रिकॉर्ड 30 माह समय में इतने बड़े निवेश को धरातल पर उतारना आसान काम नहीं था. सीएम योगी ने कहा कि जो कार्य सण्डीला में देखने को मिल रहा है, वह उत्तर प्रदेश के एक नए औद्योगिक प्रवेश को भी प्रदर्शित करता है.
पहले एनसीआर तक सीमित था निवेश
उन्होंने कहा कि पहले जब निवेश की बात होती थी तो इसका मतलब केवल एनसीआर का रीजन माना जाता था. नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना अथॉरिटी और गाजियाबाद तक ये सिमट जाता था. इसके बाद राजधानी लखनऊ तक पहुंच पाता था. वर्ष 2017 से पहले प्रदेश में निवेश का कोई और स्थान नहीं था, जहां भारी-भरकम निवेश के साथ आगे बढ़ा सका. लेकिन, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट ने इन सभी मिथकों को तोड़ा है. लगभग 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव उत्तर प्रदेश को प्राप्त हुए हैं. इनमें 10 लाख करोड़ रुपये के प्रस्ताव पूर्वी उत्तर प्रदेश, 4 लाख 29 हजार करोड़ के प्रस्ताव बुंदेलखंड को प्राप्त हुए हैं. प्रदेश के सभी 75 जनपदों में निवेश आया है. ये उत्तर प्रदेश को देश के बेहतरीन निवेश गंतव्य स्थल के रूप में देश और दुनिया के सामने प्रस्तुत करता है.