अमेठी: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का रविवार को अमेठी पहुंचना चर्चा का विषय बन गया है. वह रविवार को सपा सरकार में पूर्व मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति की बेटी की शादी में शामिल होने पहुंचे थे. गायत्री प्रसाद के कृत्यों से खफा रहने वाले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का इस तरह शादी में शामिल होना चर्चा का विषय बना हुआ है. गायत्री की पत्नी महराजी प्रजापति इस समय सपा से विधायक हैं.
गायत्री प्रसाद प्रजापति की बेटी सुधा का था विवाह
पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति और विधायक महराजी प्रजापति की बेटी सुधा का रविवार को विवाह था. इसमें शामिल होने के लिये गायत्री प्रजापति को हाईकोर्ट ने एक सप्ताह की जमानत दी हुई है. अब इस शादी समारोह में अखिलेश यादव के पहुंचना लोगों के लिये आश्चचर्य का विषय बन गया है. सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने शादी में शामिल होने तस्वीरें स्वयं पोस्ट की हैं.
गौरतलब है कि गायत्री प्रसाद प्रजापति सपा के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव के खास थे. वह अखिलेश यादव जब मुख्यमंत्री थे तब वह खनन मंत्री थे. बाद में अखिलेश यादव ने गायत्री को मंत्रिमंडल से हटा दिया था. इस बात को लेकर भी समाजवादी पार्टी में खासी खींचतान मची थी.
स्मृति ईरानी के करीब जा रहा गायत्री परिवार!
पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के जेल जाने के बाद से उनका परिवार काफी परेशान रहा है. इसीलिये इस परिवार के बीजेपी के करीब जाने का कयास भी लगाये जा रहे थे. बीजेपी सांसद व मंत्री स्मृति ईरानी के बुलावे पर खिचड़ी भोज में विधायक महराजी प्रजापति अपनी बेटियों के साथ पहुंची थी. इस पर भी गायत्री प्रजापति के परिवार के बीजेपी के नजदीक जाने की चर्चा को बल मिला था. लेकिन स्मृति ईरानी महाराजी की बेटी की शादी में नहीं पहुंची.
गायत्री व उनके परिवार के साथ अन्याय हुआ: अखिलेश
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अमेठी में कहा कि गायत्री प्रजापति व उनके परिवार के साथ अन्याय हुआ है. कोर्ट में इसमें मदद व न्याय करेगा. इसी के साथ उन्होंने स्मृति ईरानी को निशाने पर लेते हुए कहा कि सिलेंडर वाली सांसद बताएं कि इस समय गैस कितने रुपये में है. दो होली और एक दीपावली बीतने के बावजूद फ्री सिलेंडर नहीं मिला है.
अखिलेश यादव ने कहा कि सीएम योगी पर भी हमला बोला और कहा कि सीएम कंजूस हैं. पीडब्लूडी का 30 फीसदी पैसा अभी खर्च नहीं हुा है. अब सड़क पर लोग नहीं सांड घूम रहे हैं. अभी तक कोई सीएम ऐसा नहीं है जो अपने ही मुकदमे वापस ले ले.