बिजनौर (उत्तर प्रदेश) : ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष मौलाना कल्बे सादिक का कहना है कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोड खुद ही अगले एक-डेढ साल में एक-साथ तीन बार तलाक बोलने की प्रथा को खत्म कर देगा और सरकार को इसमें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए.
मौलाना ने मुसलमानों को बीफ खाने से बचने की भी सलाह दी. उन्होंने सोमवार रात यहां हजरत अली के जन्म दिन पर आयोजित मुशायरे से इतर जिला दीवानी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष के आवास पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि एक-साथ तीन बार तलाक बोलने वाली प्रथा महिलाओं के पक्ष में गलत है. लेकिन यह समुदाय का निजी मसला है और वे खुद एक-डेढ साल के भीतर इसे सुलझा लेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार को इसमें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए.
बीफ खाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि धार्मिक पुस्तकों को बीफ खाने की सलाह नही दी गयी है और मुसलमानों को यह नहीं खाना चाहिए. मौलाना ने कहा, यदि सरकार देश में गोवध और बीफ खाने पर प्रतिबंध लगाने के लिए कोई कानून लाती है तो मुसलमान उसका स्वागत करेंगे. उन्होंने कथित गोरक्षकों की गैरकानूनी गतिविधियों की आलोचना करते हुए उन्हें बंद करने की मांग की.
राम मंदिर के मामले पर, उन्होंने कहा कि विवाद अब खत्म होना चाहिए और हिन्दुओं तथा मुसलमानों को एक आधार तैयार करना होगा ताकि कोई समझौता हो सके. उन्होंने कहा कि मुसलमानों को वहां मस्जिद बनाने की जिद नहीं करनी चाहिए जहां मंदिर बनना है.
सादिक ने मुसलमानों की खराब हालत के लिए समुदाय के नेताओं को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि कश्मीरी युवाओं को अपनी आंखें खुली रखनी चाहिए और पाकिस्तान की खराब मंशा को समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत को समृद्ध बनने के लिए एकजुट रहना चाहिए.