सपा-कांग्रेस गठबंधन सरकार बनी तो सबसे ज्यादा सम्मान मुलायम का होगा : अखिलेश

एटा : कांग्रेस के साथ अपनी पार्टी के गठबंधन को लेकर सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के मुखर विरोध के बीच उनके मुख्यमंत्री पुत्र अखिलेश यादव ने आज कहा कि राज्य विधानसभा चुनाव के बाद जब सपा की अगुवाई में सरकार बनेगी तो सबसे ज्यादा सम्मान मुलायम का ही होगा. अखिलेश ने एटा, जैथरा, पटियाली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 30, 2017 7:56 PM

एटा : कांग्रेस के साथ अपनी पार्टी के गठबंधन को लेकर सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के मुखर विरोध के बीच उनके मुख्यमंत्री पुत्र अखिलेश यादव ने आज कहा कि राज्य विधानसभा चुनाव के बाद जब सपा की अगुवाई में सरकार बनेगी तो सबसे ज्यादा सम्मान मुलायम का ही होगा. अखिलेश ने एटा, जैथरा, पटियाली और कासगंज में सपा प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित चुनावी सभाओं में कहा कि ‘साइकिल’ :सपा का चुनाव निशान: के हैण्डल पर ‘हाथ’ (कांग्रेस का चुनाव चिह्न) लग जाने से उसकी रफ्तार बढ जानी है. प्रदेश में जब सपा-कांग्रेस गठबंधन सरकार बनेगी तो सबसे ज्यादा सम्मान नेताजी :मुलायम: का ही होगा.

अखिलेश का यह बयान ऐसे वक्त आया है, जब सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव कांग्रेस के साथ अपनी पार्टी के गठबंधन की खुली मुखालिफत कर चुके हैं और उनका कहना है कि वह इस गठबंधन के लिये प्रचार नहीं करेंगे. मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में भाजपा के संकल्पपत्र को सपा के घोषणापत्र की नकल बताते हुए दावा किया कि सपा का किसी का मुकाबला नहीं है. उन्होंने जनता से सपा को और पांच साल देने के लिए सपा प्रत्याशियों को वोट देने का आह्वान किया.

भाजपा पर हमलावर रहे सपा अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री के अच्छे दिन पर चुटकी लेते हुए कहा कि गर्मी देख ली, बरसात और आज कोहरा भी देख लिया मगर अच्छे दिन कहीं नहीं दिखे. वहीं केंद्र सरकार के नोटबंदी अभियान पर हमला बोलते हुए उनका प्रश्न था कि भ्रष्टाचार व कालाधन कहां खत्म हुआ बताएं? मुख्यमंत्री ने एटा से सपा विधायक रहे तथा पार्टी का टिकट न मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड रहे आशीष यादव व उनके विधान परिषद सभापति पिता रमेश यादव पर तंज करते हुए कहा, ‘‘जब अंधेरा होता है तब पता लगता है कि आपका कौन है? रमेश यादव को सपा ने बहुत सम्मान दिया. मैं जिस सदन का सदस्य हूं उसकी सबसे बडी कुर्सी उनके पास है.”