लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज अपना फैसला बदलते हुए अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव को उनसे लिए गए सारे विभाग वापस देने और बर्खास्त खनन मंत्री गायत्री प्रजापति को फिर से मंत्रिमंडल में शामिल करने का निर्णय लिया. इसके साथ ही सपा परिवार में पिछले 5 दिन से चले आ रहे तल्खी के दौर का भी पटाक्षेप हो गया.
मुख्यमंत्री ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में कहा कि शिवपाल सिंह यादव को उनके विभाग वापस कर दिए जाएंगे. अखिलेश ने अपने एक और ट्वीट में बताया कि उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप में गत 12 सितंबर को बर्खास्त किए गए गायत्री प्रजापति को मंत्रिमंडल में दोबारा शामिल करने पर रजामंदी दे दी है. मालूम हो कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गत 13 सितंबर को खुद को समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाकर यह जिम्मेदारी शिवपाल को दिए जाने के बाद शिवपाल से लोक निर्माण, राजस्व तथा सहकारिता जैसे महत्वपूर्ण विभाग वापस ले लिए थे.
उसके बाद शिवपाल ने कल रात एक नाटकीय घटनाक्रम में मंत्री पद तथा सपा के प्रदेश अध्यक्ष के ओहदे से इस्तीफा दे दिया था. पार्टी में मचे घमासान के बीच सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने स्थिति संभालने के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और शिवपाल यादव से मुलाकात की थी.
माना जा रहा है कि इस बैठक में शिवपाल यादव के सभी विभाग वापस दिए जाने का फैसला किया गया था जबकि मुलायम सिंह यादव ने गायत्री प्रजापति की बर्खास्तगी रद करने का फैसला आज दोपहर सपा प्रदेश मुख्यालय पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए किया था. प्रजापति को प्रदेश में अवैध खनन को बढ़ावा देने और बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगने के बाद मुख्यमंत्री ने गत 12 सितंबर को बर्खास्त कर दिया था. इससे पहले, सपा मुखिया ने पार्टी प्रदेश मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं से कहा कि समाजवादी परिवार में कोई मतभेद नहीं है और उनके रहते परिवार में फूट नहीं पड़ सकती.
उन्होंने कहा कि कुछ शक्तियां हैं जो समाजवादी पार्टी में एका नहीं देखना चाहती. एक परिवार में कुछ बातों को लेकर मतभेद हो जाया करते हैं. यह कोई बड़ी बात नहीं है. मुलायम ने कहा कि अखिलेश, शिवपाल और रामगोपाल यादव के बीच कोई तल्खी या झगड़ा नहीं है.
इसके पूर्व, शिवपाल ने भी अपने घर के बाहर जमा समर्थकों से कहा था कि समाजवादी पार्टी को मजबूत करना उनका लक्ष्य है और वह सपा मुखिया के साथ खड़े हैं. वह सपा को कोई नुकसान नहीं होने देंगे. उन्होंने इस विवाद की जड़ बताए जा रहे सपा के राज्यसभा सदस्य अमर सिंह को क्लीन चिट देते हुए कहा कि अमर सिंह समाजवादी परिवार को कभी नुकसान नहीं पहुंचा सकते.
मालूम हो कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सपा राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने इस विवाद के लिए अमर सिंह को परोक्ष रुप से जिम्मेदार ठहराया था ऐसा माना जा रहा था. सपा मुखिया अमर सिंह के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.