अलीगढ़ : AMU में ‘आजादी-आजादी‘ के नारे लगने के बाद अब प्रवक्ता दे रहे सफाई

लखनऊ / अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में मुहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर उत्पन्न घटनाक्रम के विरोध में पिछले कई दिनों से एएमयू में प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्राओं द्वारा कथित रूप से ‘आजादी‘ के नारे लगाये जाने का एक वीडियो वायरल हुआ है. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में फरवरी 2016 में कथित […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 6, 2018 5:59 PM

लखनऊ / अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में मुहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर उत्पन्न घटनाक्रम के विरोध में पिछले कई दिनों से एएमयू में प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्राओं द्वारा कथित रूप से ‘आजादी‘ के नारे लगाये जाने का एक वीडियो वायरल हुआ है. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में फरवरी 2016 में कथित रूप से भारत विरोधी नारा लगाये जाने के वीडियो की याद ताजा कराते एएमयू का यह वीडियो विभिन्न टेलीविजन चैनलों पर भी प्रसारित हो रहा है. इसका आडियो बहुत स्पष्ट नहीं है, लेकिन छात्र ‘आजादी’ के नारे लगाते दिख रहे हैं.

एएमयू के प्रवक्ता प्रोफेसर शाफे किदवाई ने इस बारे में सफाई देते हुए बताया कि विश्वविद्यालय के बाब-ए-सैयद गेट पर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे छात्र-छात्राएं ‘भगवा रंग‘ और ‘आतंक’ से आजादी के नारे लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह समझने की जरूरत है कि छात्र-छात्राओं का प्रदर्शन इसलिए हो रहा है, ताकि पुलिस और प्रशासन तीन दिन पहले एएमयू में घुसकर भड़काऊ और निहायत आपत्तिजनक नारेबाजी करने वाले तथाकथित हिंदूवादी संगठन के लोगों पर कार्रवाई करे. इस बारे में मुकदमा भी दर्ज हुआ है. इसके अलावा इन तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे एएमयू के छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई हो. साथ ही मामले की न्यायिक जांच की जाये.

किदवाई ने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन कर रहे इन छात्र-छात्राओं की ये तीन मांगें है. उनसे विश्वविद्यालय प्रशासन बात कर रहा है, लेकिन जब प्रशासन उनकी इन मांगों के बारे में बात करेगा, तभी सम्भवतः कोई रास्ता निकलेगा. किदवाई ने कहा कि यह प्रशासन की जिम्मेदारी है कि उपद्रवी तत्व एएमयू के अंदर आखिर कैसे दाखिल हुए. हमारे लोगों ने उन्हें रोका और उनमें से चार लोगों को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया, मगर पुलिस ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की.

मालूम हो कि एएमयू के यूनियन हाल में जिन्ना की तस्वीर लगाने से नाराज हिंदू युवा वाहिनी के कुछ कार्यकर्ताओं ने गत दो मई को परिसर में घुसकर नारेबाजी की थी. एएमयू छात्र संघ ने हिंदू युवा वाहिनी के प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी की मांग की थी. इस मांग के समर्थन में परिसर के गेट पर एकत्र हुए एएमयू छात्रों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा किये गये बलप्रयोग में एएमयू छात्र संघ के अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी और छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष एम हुसैन जैदी समेत छह लोग घायल हो गये थे. इस घटना के बाद से एएमयू के छात्र-छात्राएं अनिश्चितकालीन धरना कर रहे हैं.

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