कासगंज : यूपी के कासगंज जिले में गणतंत्र दिवस पर निकाली गयी मोटरसाइकिल रैली के दौरान दो गुटों के भिड़ंत में एक युवक की मौत के बाद पैदा तनाव अब भी व्याप्त है. आज असामाजिक तत्वों ने कई दुकानों और बसों को आग के हवाले कर दिया. इस बीच प्रशासन ने इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी है. पुलिस ने कासगंज इलाके के बोर्डर को सील कर दिया है. अब तक 49 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
शुक्रवार की घटना में मृत युवक के अंतिम संस्कार के बाद लोगों का बड़ा समूह हिंसा पर उतारू हो गया. पुलिस के मुताबिक, कासगंज थाने में शिकायत दर्ज कर ली गई है. जिला प्रशासन ने हिंसाग्रस्त इलाके में कल कर्फ्यू लगा दिया था. जिलाधिकारी आर पी सिंह ने बताया कि फायरिंग में 22 साल के चंदन गुप्ता की मौत हो गई जबकि पथराव में दो अन्य घायल हो गये.
जिले में रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और पीएसी के जवानों ने चौकसी बढ़ा दी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार किसी भी संभावित अनहोनी के मद्देनजर इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. इस बीच अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि कुछ असामाजिक तत्वों ने आज शहर के बाहर एक छोटी दुकान में आग लगाने की कोशिश की. कुछ दुकानों में तोड़फोड़ भी की गयी .
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात काबू किये. कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है. उन्होंने कहा, ‘‘कानून व्यवस्था बनाये रखने के अलावा हमारा प्रयास है कि समुदायों में परस्पर भाईचारा कायम रहे.’ उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. कासगंज के पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने बताया कि असामाजिक तत्वों ने घंटाघर बाजार में जूतों की दो दुकानों को आग लगा दी. दमकल की गाडियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया.