नयी दिल्ली : अयोध्या में कारसेवकों पर फायरिंग मामले में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. वर्ष 1990 में अयोध्या में कारसेवकों पर फायरिंगमामलेमें सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गयी है. जिसमें कारसेवकों पर गोली चलाने का आदेश देने के मामले में मुलायम सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की अपील की गयी है.
Plea filed in SC against former UP Chief Minister Mulayam Singh Yadav in connection with firing on Kar sevaks in #Ayodhya in 1990
— ANI (@ANI) November 7, 2017
याचिकाकर्ता ने अपील में कहा है कि 6 फरवरी 2014 को मैनपुरी की एक जनसभा में मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि उनके आदेश पर 1990 में पुलिस ने अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलायी थी. इसके बाद राणा संग्राम सिंह ने लखनऊ पुलिस से मुलायम के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश का मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज करने से इनकार कर दिया था. इसके बाद अगस्त 2016 में मुलायम सिंह ने कहा, कहते हैं कि अयोध्या में गोली चलने से 16 जानें गयीं, अगर 30 भी जातीं तो देश की एकता और अखंडता के लिए मुझे मंजूर था. अयोध्या में एकता बचाने के लिए गोली चलानी पड़ी थी.
गौरतलब है कि 2 नवंबर 1990 को जब कारसेवकों ने अयोध्या में विवादित ढांचे (बाबरी मस्जिद) को गिराने की कोशिश की थी, तब मुलायम सिंह यादव यूपी के मुख्यमंत्री थे. बाबरी मस्जिद को बचाने के लिए कारसेवकों पर पुलिस ने फायरिंग की थी. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक फायरिंग में 16 लोग मारे गये थे. मुलायम सिंह यादव को अयोध्या गोलीकांड के बाद हुए विधानसभा चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा था. इस घटना के बाद 1991 में हुए विधानसभा चुनाव में पहली बार यूपी मेंभाजपा ने पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनायी थी और कल्याण सिंह मुख्यमंत्री बने थे.