लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा ने विधानसभा में विस्फोटक पाये जाने की घटना पर कहा कि कुछ लोग नहीं चाहते कि उत्तर प्रदेश का विकास हो और यह ऐसे ही लोगों की साजिश का परिणाम है.
उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा, ‘ ‘कुछ लोग नहीं चाहते कि उत्तर प्रदेश का विकास हो. कुछ ताकतें हैं जो उत्तर प्रदेश को विकास करते नहीं देखना चाहतीं. ‘ ‘ उन्होंने कहा कि सरकार ने इस घटना को पूरी गंभीरता से लिया है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी सहित पुलिस और विभिन्न एजेंसियां इसकी जांच कर रही हैं.
शर्मा ने कहा, ‘ ‘ये बहुत बड़ी साजिश है … उत्तर प्रदेश को बदनाम करने की …. उत्तर प्रदेश सरकार को बदनाम करने की. ‘ ‘ उन्होंने कहा, ‘ ‘लेकिन हम ऐसी ताकतों के आगे झुकने वाले नहीं हैं. उत्तर प्रदेश के विकास के लिए सरकार आगे कदम बढ़ाती रहेगी. ‘ ‘ उल्लेखनीय है कि 12 जुलाई को विधानसभा में खतरनाक प्लास्टिक विस्फोटक पाया गया. इसकी जानकारी खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन को दी थी.
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सदन ने सर्वसम्मति से मामले की एनआईए जांच की सिफारिश की थी. उन्होंने बताया कि पाउडर को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया. यह खतरनाक प्लास्टिक विस्फोटक पीईटीएन यानी पेंटाएरीथ्रिटोल टेट्रा नाइट्रेट निकला. श्वान दस्ता भी विस्फोटक नहीं पहचान पाया.
योगी ने कहा कि शुरुआत में हमने समझा कि यह कोई पाउडर या रसायन है लेकिन एफएसएल (फोरेसिंक साइंस लैब ) ने बताया कि यह पीईटीएन है जो उच्च गुणवत्ता का हेक्सोजीन और प्लास्टिक विस्फोटक है. मुख्यमंत्री ने कहा कि विस्फोटक की मात्रा 150 ग्राम निकली लेकिन जैसा कि विशेषज्ञों ने बताया कि इस विस्फोटक की 500 ग्राम की मात्रा सदन को उड़ाने के लिए काफी है. उन्होंने कहा कि विस्फोटक बेंच के नीचे पाया गया जो नेता प्रतिपक्ष के बैठने की जगह से तीसरी बेंच है.