Gorakhpur: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी चार दिवसीय दौरे पर सोमवार को गोरखपुर पहुंचे हैं. गोरखपुर पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री ने योगीराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के 82 लाभार्थियों को लैपटॉप गिफ्ट दिया , मेधावी छात्राओं को प्रोत्साहन पुरस्कार राशि का चेक और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के तहत 20 महिला मंगल दलों को स्पोर्ट्स किट भी वितरित किया उसके बाद सीएम ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित किया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश की संवेदनशील सरकार सबका संबल बन रही है. मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसे अभियान सरकार की इसी संवेदनशीलता के प्रयास हैं. उन्होंने कहा कि सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना के दौरान जिन बच्चों ने अपने माता पिता दोनों या इनमें से किसी एक को खोया था या कोरोना काल में जो बच्चे किसी अन्य बीमारियों से निराश्रित हुए थे, उन सभी के लिए पीएम मोदी की प्रेरणा से प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना शुरू की है.
इस योजना के तहत ऐसे बच्चों को प्रतिमाह 4000 रुपये छात्रवृत्ति स्वरूप दिए जा रहे हैं.जबकि राज्य में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य) के अंतर्गत चयनित बच्चों को प्रतिमाह 2500 रुपये दिए जा रहे हैं .जिनके माता- पिता दोनों या किसी एक की मृत्यु कोरोना काल में किसी अन्य कारणों से हुई.इसी योजना में 9वीं या इससे ऊपर की कक्षाओं में पढ़ रहे विद्यार्थियों को लैपटॉप देने की प्रक्रिया भी शुरू की गई है.
पीएम मोदी के नेतृत्व में देश ने पेश किया बेहतरीन मॉडल
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कोरोना ने पूरी दुनिया में बड़ी तबाही मचाई थी. कोई ऐसा देश नहीं जहां बड़ी संख्या में मौतें न हुई हों. इस संकट की परिस्थिति में दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत ने पीएम मोदी के नेतृत्व में कोरोना प्रबंधन का बेहतरीन मॉडल पेश किया. फ्री टेस्ट, फ्री उपचार, फ्री वैक्सीन और फ्री राशन की व्यवस्था की गई. आज भी देश में 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन का लाभ मिल रहा है.200 करोड़ से अधिक वैक्सीन की डोज मुफ्त दी गई. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना प्रबंधन के दौरान अनेक नवाचार भी हुए. पहले लॉकडाउन फिर जहां बीमार-वहीं उपचार के साथ ही भरण पोषण भत्ता देने की व्यवस्था बनाई गई.
कोरोना से जो बच्चे निराश्रित हुए, उनकी परवरिश का बड़ा प्रश्न था. इसके लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की शुरुआत की गई. आज हर तीसरे माह बच्चों के भरण पोषण व पढ़ाई के लिए धनराशि खातों में पहुंच जा रही है. मुख्यमंत्री ने बताया कि गोरखपुर में 603 बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना और 218 को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य) का लाभ मिल रहा है.2021-22 में 115 बच्चों को लैपटॉप दिया गया था, आज 82 बच्चों को लैपटॉप प्राप्त हो रहा है.
डिजिटल लाइब्रेरी से जुड़ें बच्चे
सीएम योगी ने कहा लैपटॉप मिलना डिजिटल दुनिया से संवाद बनाने का अच्छा अवसर है. उन्होंने बच्चों को डिजिटल लाइब्रेरी से जुड़ने की नसीहत देते हुए कहा कि दुनिया ज्ञान का अथाह भंडार है. इससे तारतम्य स्थापित कर लिया जाए तो कुछ भी असंभव नहीं है.
कोरोना की त्रासदी को भूलकर नई दिशा में आगे बढ़ें
बच्चों को प्रेरित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि कोरोना की त्रासदी को भूलकर नई दिशा में आगे बढ़ने की जरूरत है. आपको 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने के बाद, 23 वर्ष होने तक पीएम केयर्स फंड से भी अच्छी धनराशि मिलेगी. उन्होंने कहा कि माता पिता की कमी कोई पूरा नहीं कर सकता लेकिन सरकार से मिलने वाली यह धनराशि आपके लिए संबल है.
होली की दी बधाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी को होली की बधाई देते हुए कहा कि होली का पावन पर्व वैरभाव भुलाकर उत्साह और उमंग से आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है. उन्होंने कहा कि हताशा और निराशा में कोई जीवन नहीं होता. बुराई त्याग कर हम जीवन में उत्साह और उमंग की तरफ बढ़ सकते हैं.
सीएम से मिला चिड़ियाघर भ्रमण का तोहफा
कार्यक्रम में मौजूद सभी बच्चों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से एक खास तोहफा और मिला. मुख्यमंत्री ने प्रशासन को निर्देशित किया कि आज इन सभी बच्चों को नाश्ता कराने के बाद गोरखपुर चिड़ियाघर का भ्रमण कराया जाए. सीएम की इस घोषणा पर बच्चे खुशी से झूम उठे और उन्होंने जोरदार तालियों से सीएम के प्रति आभार जताया. उन्होंने बच्चों को पर्यावरण व जीव संरक्षण का संदेश देते हुए कहा कि मानव के साथ ही जीव जंतुओं से सृष्टि की रचना हुई है. पेड़ पौधों और जीव जंतुओं की रक्षा करना हम सबका दायित्व है. चिड़ियाघर घूमने से आप सबका मनोरंजन के साथ ज्ञानवर्धन भी होगा.
रिपोर्ट –कुमार प्रदीप,गोरखपुर