Aligarh : एएमयू में यूनानी डॉक्टर (MD UNANI) हड़ताल पर चले गए हैं. पिछले दिनों यूनानी डॉक्टरों ने स्टाइपेंड नहीं दिए जाने को लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया था. यूनानी डॉक्टरों ने स्टाइपेंड दिए जाने की मांग कर रहे हैं. लेकिन AMU प्रशासन कोई सुनवाई नहीं कर रहा है.
छात्र 2019 से स्टाइपेंड दिए जाने की मांग कर रहे हैं. लेकिन एएमयू प्रशासन पीजी (MD UNANI) छात्रों को टरका रहा है. यूनानी विभाग के 4 डिपार्टमेंट के 12 छात्रों को ही स्टाइपेंड दिया जा रहा है. वही, 38 छात्रों को स्टाइपेंड नहीं मिल रहा है. स्टाइपेंड के रूप में एमडी यूनानी के छात्रों को करीब 90 हज़ार रुपए मिलते हैं.
जब तक स्टाइपेंड नहीं मिलेगा तह तक नहीं उठेंगे- डॉ उजैर
डॉक्टर उजैर अहमद ने बताया कि AMU प्रशासन यूनानी के छात्रों को स्टाइपेंड देने का सिर्फ आश्वासन ही देता रहा है.लेकिन अब तक दी नहीं गई. डॉ उज़ैर अहमद ने बताया कि आयुष मंत्रालय ने सीटें दी थी. जिस पर एडमिशन लिया था. डॉ उजैर ने बताया कि दूसरी यूनानी यूनिवर्सिटीज में पीजी छात्रों को स्टाइपेंड मिल रही है, लेकिन एएमयू के अजमल खान तिब्बिया कॉलेज में 38 छात्रों को नहीं दी जा रही है.
डॉ उजैर ने बताया कि भारत सरकार आयुष मंत्रालय पूरी मदद कर रहा है. लेकिन AMU प्रशासन इसे गंभीरता से नहीं ले रहा है. डॉ उजैर ने बताया कि जब तक स्टाइपेंड का पैसा नहीं आ जाता, तब तक स्ट्राइक पर बैठे रहेंगे.
कोविड-19 में हमसे सेवाएं भी ली गई थी- यूनानी डॉक्टर
यूनानी पीजी की छात्रा डॉ गुलअफशा फातिमा ने बताया कि हम लोग नीट क्वालीफाई करके आए हैं. यूनानी के तीन डिपार्टमेंट के पीजी छात्रों को स्टाइपेंड दी जा रही है, बाकी के डिपार्टमेंट को नहीं दी जा रही है. यह हमारे साथ नाइंसाफी हो रही है. डॉक्टर गुलाफ्शा फातिमा ने बताया कि जब तक स्टाइपेंड नहीं मिलेगे तब तक स्ट्राइक से नहीं हटेंगे.
यूनानी डॉक्टर ने बताया कि कोविड-19 में हमसे सेवाएं भी ली गई थी. एएमयू का अजमल खान तिब्बिया कॉलेज यूनानी मेडिसिन का सबसे पुराना कॉलेज है. यूनानी डॉक्टर अब अपनी मांगों को लेकर स्ट्राइक पर चले गए हैं.
रिपोर्ट- आलोक, अलीगढ़