अलीगढ़: जानवरों से फसल बचाने को लगाए बिजली के तारों से पड़ोसी किसान की मौत, खेत की कर रहा था सिंचाई, FIR दर्ज

अलीगढ़ में पशुओं को रोकने के लिए लगाए गए बिजली के तारों ने किसान की जान ले ली. किसान अपने खेत में काम कर रहा था. इसी दौरान पानी में करंट उतर आया. पानी में करंट उतरने के कारण किसान उसकी चपेट में आ गया और तड़प-तड़प कर उसकी मौत हो गई.

By Prabhat Khabar | June 8, 2023 6:29 PM

Aligarh : फसलों को आवारा जानवरों से बचाने के लिए किसानों ने खेत के चारों ओर करंट दौड़ाया है. जिसके दुष्परिणाम देखने को मिल रहे हैं. गुरुवार को थाना पाली मुकीमपुर क्षेत्र के गांव पन्हेरा में करंट की चपेट में आकर 55 वर्षीय किसान अनवर की मौके पर मौत हो गई. अनवर खेत पर पानी लगा रहा था. वही बराबर के खेत में पप्पू लाला का खेत है. उसने अपने मक्का के खेत के चारों ओर तारबंदी करके उसमें करंट छोड़ रखा था. बिजली के करंट से अनजान अनवर का शरीर कटीले तारों में टच हो गया. जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई.

कंटीले तारों में दौड़ाया करंट

सूचना मिलने पर मौके पर परिजन भी पहुंच गए और कंटीले तारों में बिजली का करंट दौड़ाने का विरोध दर्ज कराया और इसकी सूचना पुलिस को दी. वही मौके पर थाना पालीमुकीमपुर प्रभारी ऋषि पाल सिंह पहुंच गए और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मृतक के पुत्र अंसार ने बताया कि पिता अनवर खान खेत में पानी लगा रहे थे.

वही बराबर में पप्पू लाला का मक्का का खेत है. जिसमें उन्होंने अपने खेत में लोहे के तार से तारबंदी करके इलेक्ट्रिक करंट छोड़ रखा था. मेरे पिता के हाथ में तार लग गया जिससे पिता की मौके पर मौत हो गई. वही पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई प्रचलित की है. मुकदमा आईपीसी की धारा 304 ए के तहत दर्ज किया गया है.

Also Read: अलीगढ़: स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट के निर्माण के लिए 5 करोड़ का बजट जारी, 7 एकड़ में बनकर होगा तैयार
खेत के चारों ओर करंट दौड़ाना कानूनी तौर पर गलत

इस मामले में किसान नेता नवाब सिंह ने बताया कि आवारा जानवरों से रक्षा करने के लिए बैटरी संचालित झटका मशीन का करंट तारों में दौड़ाया जाता है. जिससे जनहानि नहीं होती है. उन्होंने बताया कि ट्यूबेल से बिजली चोरी कर के तारों में करंट दौड़ाया गया. जिससे किसान की मौत हुई है. यह कानूनन गलत है और दोषी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने बताया कि बिजली विभाग को भी ट्यूवबेल से चोरी होने वाली बिजली की निगरानी करनी चाहिए.

रिपोर्ट- आलोक, अलीगढ़

Next Article

Exit mobile version