Varanasi News: सावन का पावन महीना शुरू होते ही काशी नगरी में हर कोई भोले के रंग में रंगा नज़र आता है. वस्त्र से लेकर अंग तक भोले के नाम पर थिरकता है. ऐसे में सावन के महीने में लोग भगवान शिव का टैटू भी बनवा रहे हैं. इसमे हर वर्ग हर उम्र के लोग शामिल है. युवाओं में शिव का टैटू बनवाने का इतना क्रेज है कि कोई हाथ, तो कोई गर्दन, कोई बाजू तो कोई पीठ पर महादेव, ऊं नम: शिवाय, हर हर महादेव, भोलेनाथ, त्रिशूल का टैटू बनवा रहे हैं. सावन मास में करीब 70 फीसदी लोग बाबा के नाम का टैटू बनवा रहे हैं.
सावन की शुरुआत 14 जुलाई से हो चुकी है. ऐसे में कई युवा टैटू सेंटर पर भगवान भोले की आकृति बनवाने पहुंच रहे हैं. सावन महीने को शिव आराधना का मास माना जाता है. पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं पर भी भगवान शिव का खुमार सिर चढ़कर बोल रहा है. खुमारी ऐसी की शिव के नाम का टैटू बनवाकर भक्त भोले - भोले करते नज़र आ रहे. ऐसा लग रहा मानो टैटू बनवाकर उन्होंने शिव को पा लिया हो। शिव के प्रति दीवानगी का आलम ये है कि सावन मास में करीब 70 फीसदी लोग बाबा के नाम का टैटू बनवा रहे हैं. इसमें ज्यादा क्रेज युवाओं और 40 साल के पार की महिलाओं में देखने को मिल रहा है.
वहीं टैटू शाप संचालक भी युवाओं को लुभाने के लिए तरह-तरह के ऑफर दे रहे हैं. इसमें युवतियों को टैटू बनवाने पर सिल्क का दुपट्टा तो लड़कों को टैटू बनवाने पर लकड़ी का त्रिशूल उपहार में दे रहे हैं. टैटू शॉप संचालको का कहना है कि सावन में टैटू बनवाने वालों की काफी संख्या बढ़ी है. इस दौरान स्कीम भी दी गई है. 560 रुपये में हाथ पर महाकाल लिखा जा रहा है. वहीं 500 से 2500 रुपये तक टैटू बनाया जा रहा है. जबकि सामान्य दिनों में 500 रुपये स्क्वायर इंच का रेट है. इस समय सबसे ज्यादा हर्ट में बाबा की फोटो बनवाने की डिमांड है. दरअसल, बनारस में बाबा विश्वनाथ की मान्यता सबसे अधिक है. लोगों का मानना है कि बाबा उनके दिल में बसते हैं. इसलिए वे हर्ट में ही बाबा की फोटो की डिमांड कर रहे हैं. इसके अलावा हाथ, गर्दन व पीठ पर टैटू बनवाने वालों की संख्या अधिक है.