'आओ तुम्हे चांद पे ले जाये, प्यार भरी दुनियां बसाए, छोटा सा बंगला बनाये, एक नई दुनिया सजाए'- कितनी खूबसूरत पंक्तियां है न, चांद परआशियाना बनाने की सोच को दर्शाती ये पंक्तियां अब हकीकत में साकार हो रही हैं. इस सपने को हकीकत में साकार करने वालो में नाम शुमार हुवा है BHU की एक भूतपूर्व छात्रा का जिसने अपने पति के बर्थडे पर चांद पर जमीन बुक कर उसे गिफ्ट किया है. चांद पर यह जमीन लेक ऑफ ड्रीम्स क्षेत्र में एलॉट की गई है, जो कि वहां का सबसे पॉश इलाका माना जाता है. BHU की छात्रा रहीं धारणा सिंह ने अपने पति मृत्युंजय सिंह के जन्मदिन 27 फरवरी से पूर्व ही उन्हें यह 1 एकड़ जमीन गिफ़्ट कर दी है.
चांद पर बुक यह ज़मीन काफ़ी पाश इलाके की है इसका नाम है लेक ऑफ ड्रीम्स क्षेत्र , अपने आप मे यह अनोखा गिफ़्ट वाराणसी में इनदिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. वाराणसी में BHU की छात्रा रहीं धारणा सिंह ने अपने पति मृत्युंजय सिंह के बर्थडे को कुछ खास बनाने के लिए इसबार एक नायाब तरीका ढूंढ निकाला इसके लिए उन्होंने अपने पति को चांद पर एक एकड़ ज़मीन गिफ़्ट कर उन्हें सरप्राइज कर दिया. हालांकि उनके पति का जन्मदिन 27 फरवरी को हैं पर कुछ दिन पूर्व ही यह जमीन बुक हो गई. चांद पर जमीन लेक ऑफ ड्रीम्स क्षेत्र में एलॉट की गई है, जो कि वहां का सबसे पॉश इलाका माना जाता है. इस जमीन को तीन महीने पहले कोविड की तीसरी लहर के दौरान बुक किया गया था, जिसकी फार्मेलिटी कम्प्लीट होने के बाद यह ज़मीन बुक हो गई.
धारणा सिंह के पति मृत्युंजय सिंह काशी हिंदू विश्वविद्यालय में फॉरेंसिक साइंस के छात्र हैं, इसके पहले वह अटल और मालवीय इंक्यूबेशन के सहयोग से साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में स्टार्टअप का काम कर रहे हैं. लूना सोसायटी इंटरनेशनल ने इस प्रॉपर्टी को उनके नाम से रजिस्टर्ड किया है. लूना सोसायटी ने अपने भेजे गए डॉक्यूमेंट में बताया है कि लुनार सेटलमेंट के तहत आपके जमीन की रजिस्ट्री की गई है. धारणा सिंह ने बताया कि चांद पर मिली एक एकड़ जमीन महज पांच हजार रुपए की है. मगर इसकी रजिस्ट्री कराने में काफी मशक्कत उठानी पड़ी.
गवर्नमेंट ऑफ इंडिया से पासपोर्ट और आधार कार्ड के साथ ही निवास प्रमाण पत्र के दस्तावेज अंग्रेजी में बनवाकर वेबसाइट पर अपलोड करने पड़े. हमारे पास दो दिन पहले ही मेल आया कि आपकी प्राॅपर्टी बुक कर दी गई है. यूएसए से हार्ड कॉपी आने में 30 दिन का समय लगेगा. इसके बाद वेबसाइट पर सारी जानकारियां प्रकाशित कर दी जाएंगी. यदि आप चाहें तो उसी कंपनी को बेच भी सकते हैं, यह जमीन काफी महंगी है. भारत सरकार ने इसी कंपनी को मान्यता दी है. सभी दस्तावेज अमेरिकी मानक के अनुसार 8.5×11 इंच या 216×279 मिमी के आकार के मानक पर अपलोड किया जाना था.
रिपोर्ट - विपिन सिंह