Varanasi Maha Shivratri 2022: उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक नगरी वाराणसी में 1 मार्च को महाशिवरात्रि के पावन मौके पर शिव-पार्वती विवाह उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा. यह कार्यक्रम रविवार (27 फरवरी) से शुरू होगा. 27 फरवरी को टेढ़ीनीम स्थित महंत आवास से शिव-पार्वती के विवाह उत्सव की शुरुआत होगी. यहां बाबा विश्वनाथ की पंचबदन रजत विग्रह पर हल्दी तेल का अर्पण कर लोकाचार पूर्ण किए जाएंगे. हल्दी के अवसर पर परंपरा के अनुसार महिलाएं लोकगीत गाएंगी.
महंत-आवास पर महाशिवरात्रि के पूर्व लोक परंपरा का पालन किया जाएगा. 27 फरवरी को संध्या बेला में (लगभग 7:00 बजे) भगवान शिव की प्रतिमा पर महिलाएं लोकगीत गाते हुए हल्दी और तेल अर्पित करेंगी. इस शुभ अवसर पर हल्दी की रस्म के लिए गवनहिरयों की टोली संध्या बेला में महंत आवास पहुंचेंगी.
बाबा के विवाहोत्सव पर टेढ़ीनीम महंत-आवास पर ‘शिवांजलि’ के तहत स्थानीय कलाकार भक्ति संगीत का कार्यक्रम भी प्रस्तुत करेंगे. इसमें प्रियंका पांडेय, रीता शर्मा सहित कई कलाकार भाग लेंगे. मंगल गीतों के बीच बाबा को हल्दी लगाई जाएगी. यह रस्म महंत डॉ. कुलपति तिवारी के सानिध्य में होगी. मांगलिक गीतों से महंत आवास गुंजायमान होगा. ढोलक की थाप और मंजीरे की खनक के बीच शिव-पार्वती के मंगल दाम्पत्य की कामना की जाएगी. गीतों में दूल्हा बने शिव जी की खूबियों का बखान होगा.
गीतों से महादेव को दुल्हन पार्वती का ख्याल रखने की ताकीद भी दी जाएगी. महंत डॉ. कुलपति तिवारी ने बताया कि जिन लड़कों और लड़कियों के विवाह में अड़चनें आती हैं, उन्हें बाबा को हल्दी अर्पण करने से लाभ मिलता है. हल्दी के बाद महाशिवरात्रि की महानिशा के चारों प्रहर में महंत परिवार बाबा विश्वनाथ की विशेष आरती के विधान पूर्ण करेंगे. महंत परिवार के सदस्यों के मार्गदर्शन में बाबा विश्वनाथ और माता पार्वती के विवाह के कर्मकांड को पूर्ण परंपरानुसार पूरा किया जाएगा.
(रिपोर्ट:- विपिन सिंह, वाराणसी)