Varanasi News: काशी विश्वनाथ धाम के महंत डॉ. कुलपति तिवारी ने बाबा धाम में निर्मित चार द्वार में से एक द्वार काशीवासियों के लिए छोड़े जाने की बात कही है. उनका कहना है कि बाकी जितने द्वार हैं, उनसे जजिया कर लगा कर जैसे चाहें, वैसे दर्शन कराएं. मन्दिर के गर्भ गृह तक जूता पहनकर जा रहे लोगों के व्यवहार पर दुःख प्रकट किया.
वाराणसी में डॉ. कुलपति तिवारी ने कहा कि बाबा दरबार में जूता पहनकर लोग जा रहे हैं. यह हिंदू धर्म का अपमान है. मेरी गुजारिश है कि बाबा दरबार में लोग जूता पहन कर न जाएं, इसका ध्यान रखा जाए. अब तो मंदिर के गर्भ गृह में भी लोग जूता पहनकर जाने लगे हैं, जो कि पूरी तरह गलत है. इसे रोका जाना चाहिए. हमारे देवता पाश्चात्य नहीं हैं. वह खड़ाऊं पहन कर चलने वाले हैं और एक द्वार काशी के नियमित दर्शनार्थियों के लिए सुरक्षित कर दिया जाए. यहां ऐसे-ऐसे नेमी हैं जो रोजाना भोर में 3 बजे से ही दर्शन-पूजन शुरू कर देते हैं. उन्हें दिक्कत होगी तो मन दु:खी होगा.
महंत डॉ. कुलपति तिवारी ने कहा कि बाबा धाम में 4 द्वार बनाए गए हैं. उनमें से एक द्वार काशी के नियमित दर्शनार्थियों के लिए दिया जाए. बाकी जो जितने द्वार हैं उनसे जजिया कर लगा कर जैसे चाहें पैसा लेकर वैसे दर्शन कराएं.
डॉ. कुलपति तिवारी ने कहा कि हमारे देश में चार धर्म हैं, लेकिन सरकार हिंदू धर्म पर ही और खासतौर से मंदिरों पर ही ध्यान दे रही है. अन्य धर्मों पर सरकार की निगाह नहीं है, मुझे इसका बहुत दु:ख हुआ. बाबा धाम बन कर तैयार हो गया. हमारे यहां शास्त्रों में चार धाम थे. अब पांचवां बाबा धाम भी तैयार हो गया.
काशी विश्वनाथ धाम के कुलपति तिवारी ने कहा कि बाबा तो सोने में रहते हैं, उनके दरवाजों पर कम से कम चांदी ही लगवा देनी चाहिए थी. हमारे समय में चांदी का द्वार था, जो चोरी हो गया और उसकी जगह लकड़ी का लगवा दिया गया. यहां तो भाजपा के 8 विधायक हैं. धर्मार्थ कार्य मंत्री भी यहीं हैं, उनको अब चुनाव आ रहा है तो समझ में आएगा. एक द्वार काशीवासियों के लिए नहीं छोड़ा जाएगा तो मैं किसी भी स्तर तक जाऊंगा.
रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी