Yogi Government 2.0: योगी सरकार 2.0 में सोमवार को मंत्रियों के विभागों का बंटवारा हुआ. इस दौरान कुछ मंत्री ऐसे रहे, जिन्हें पिछले कार्यकाल वाला विभाग फिर से दिया गया है. इसमें सुरेश कुमार खन्ना, सूर्य प्रताप शाही, भूपेंद्र सिंह चौधरी, कपिलदेव अग्रवाल, रवींद्र जायसवाल और गुलाब देवी शामिल हैं.
इन नेताओं को मिला पहले वाला विभाग
सुरेश कुमार खन्ना को एक बार फिर वित्त, संसदीय कार्य विभाग दिया गया है. उनसे सिर्फ चिकित्सा विभाग ले लिया गया है. वहीं, सूर्य प्रताप शाही को फिर से कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान विभाग दिया गया है. इसके अलावा, भूपेंद्र सिंह चौधरी को पंचायती राज विभाग, रवींद्र जायसवाल को स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन विभाग, कपिलदेव अग्रवाल को व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग और गुलाब देवी को माध्यमिक शिक्षा विभाग दोबारा मिला है.
सीएम योगी के पास 34 विभाग
सीएम योगी के पास नियुक्ति, कार्मिक, गृह, सतर्कता, आवास एवं शहरी नियोजन, राजस्व, खाद्य एवं रसद, नागरिक आपूर्ति, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, भूतत्व एवं खनिकर्म, अर्थ एवं संख्या, राज्य कर एवं निबंधन, सामान्य प्रशासन, सचिवालय प्रशासन, गोपन, सूचना, निर्वाचन, संस्थागत वित्त, नियोजन, राज्य संपत्ति, उत्तर प्रदेश पुनर्गठन समन्वय, प्रशासनिक सुधार, कार्यक्रम कार्यान्वयन, अवस्थापना, भाषा, अभाव सहायत एवं पुनर्वास, लोक सेवा प्रबंध, किराया नियंत्रण, प्रोटोकॉल, सैनिक कल्याण, प्रान्तीय रक्षक दल, नागरिक उड्डयन, न्याय और विधायी विभाग है.
दोनों डिप्टी सीएम के पास कितने विभाग?
केशव प्रसाद मौर्य के पास ग्राम विकास एवं समग्र ग्राम विकास, ग्रामीण अभियंत्रण, खाद्य प्रसंस्करण, मनोरंजन कर, सार्वजनिक उद्यम और राष्ट्रीय एकीकरण विभाग है. वहीं, ब्रजेश पाठक को चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, परिवार कल्याण तथा मातृ एवं शिशु कल्याण विभाग मिला है.
कैबिनेट मंत्रियों को मिले विभाग
जितिन प्रसाद- पीडब्ल्यूडी विभाग
ए के शर्मा - शहरी विकास विभाग
सुरेश कुमार खन्ना- वित्त और संसदीय कार्य विभाग
सूर्यप्रताप शाही- कृषि विभाग
लक्ष्मी नारायण चौधरी- गन्ना विकास एवं चीनी मिलें
जयवीर सिंह- पर्यटन एवं संस्कृति
बेबी रानी मौर्य- महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार
धर्मपाल सिंह- पशुधन एवं दुग्ध विकास, राजनीतिक पेंशन, अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज और नागरिक सुरक्षा
स्वतंत्रदेव सिंह- जलशक्ति और बाढ़ नियंत्रण
नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी'- औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई तथा निवेश प्रोत्साहन
भूपेंद्र सिंह चौधरी- पंचायती राज
अनिल राजभर- श्रम एवं सेवायोजन
राकेश सचान- सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा और वस्त्रोद्योग
अरविंद कुमार शर्मा- नगर विकास, शहरी समग्र विकास, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन, ऊर्जा, अतिरिक्त ऊर्जा स्त्रोत
योगेंद्र उपाध्याय- उच्च शिक्षा, विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी
आशीष पटेल- प्राविधिक शिक्षा, उपभोक्ता संरक्षण एवं बाट माप
संजय निषाद- मत्स्य