लखनऊ : बसपा प्रमुख मायावती ने हैदराबाद विश्वविद्यालय के दलित छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या की घटना को अत्यन्त ही दर्दनाक और शर्मनाक बताते हुए आज कहा कि दलित समाज को न्याय मिलना और मुश्किल होता जा रहा है. मायावती ने यहां जारी एक बयान में कहा कि भाजपा सरकार और उसके वरिष्ठ मंत्रियों द्वारा अन्याय व प्रताडना का शिकार बनाये जाने के कारण ही दलित शोधार्थी रोहित वेमुला आत्महत्या के लिए मजबूर हुआ. सरकार के मंत्रियों का ऐसा जनतंत्र विरोधी आचरण निंदनीय है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, जिन्होंने वेमूला को आत्महत्या करने के बाध्य किया.
बसपा प्रमुख ने कहा कि केंद्र में नरेन्द्र मोदी सरकार के आने के बाद से पूरे देश में दलितों, पिछडों, धार्मिक अल्पसंख्यकों पर खासकर मुस्लिम व ईसाई समाज के लोगों के खिलाफ, जुल्म ज्यायदती और अन्याय की घटनाएं बढ़ी हैं. उन्होंने कहा कि इन्हीं कारणों से आज आजादी के बाद भारत में पहली बार ऐसा गलत माहौल है कि भाजपा के मंत्री गण संगठित होकर अपने आचार व्यवहार से संवैधानिक मान मर्यादाओं का खुलेआम माखौल उड़ा रहे हैं. जले पर नमक छिड़कने के लिए प्रधानमंत्री ने संविधान की शपथ लेने वाले मंत्रियों आदि को बिल्कुल ही बेलगाम छोड़ दिया है.
उन्होंने हैदराबाद विश्वविद्यालय के दलित शोधार्थी रोहित वेमुला को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के दो केंद्रीय मंत्रियों और विश्वविद्यालय के कुलपति को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके खिलाफ कडी कार्रवाई की मांग की. विरोधी राजनीतिक दल केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी और श्रम मंत्री बंडारु दत्तात्रेय के इस्तीफे की मांग कर रहे है.