लखनऊ : उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने आज कमलेश तिवारी हत्याकांड के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश और गुजरात की संयुक्त टीम तीन लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ कर रही है. जिन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है उनके नाम हैं- मौलाना मोहसिन शेख, फैजान और खुर्शीद अहमद पठान. दो और संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया.
#WATCH OP Singh, UP DGP on #KamleshTiwariMurder: Prima facie this was a radical killing, these people were radicalized by the speech that he (Kamlesh Tiwari) gave in 2015, but much more can come out when we catch hold of the remaining criminals. pic.twitter.com/kJ19yoBLh5
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 19, 2019
डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि शुरुआती पूछताछ में इन लोगों की किसी आपराधिक पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी नहीं मिली है. जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है, उनसे पूछताछ की जा रही है, अगर जरूरत पड़ी तो उन्हें हिरासत में भी लिया जा सकता है. पुलिस उन्हें पूछताछ के लिए उत्तर प्रदेश भी ला सकती है.डीजीपी ने बताया कमलेश तिवारी के हत्यारों को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है, लेकिन जिनपर हत्या की साजिश रचने की आशंका है, उन्हें हिरासत में लिया गया है.
पुलिस का कहना है कि 2015 में पैगंबर मोहम्मद को लेकर कमलेश तिवारी ने जो बयान दिया है, उसी का बदला लेने के लिए यह हत्या की गयी है.
विवादों से रहा था कमलेश तिवारी का नाता
कमलेश तिवारी हिंदू महासभा के नेता थे और अकसर विवादित बयान देने के कारण चर्चा में रहते थे. 2015 में कमलेश तिवारी ने पैगंबर मोहम्मद को विवादित बयान दिया था, जिसके कारण उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी, वे जमानत पर चल रहे थे. कमलेश तिवारी ने गोडसे का मंदिर बनाने की बात कहकर भी विवाद खड़ा किया था.