Kanpur News: कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में अब जल्द ही जीका जांच सेंटर बनेगा. मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी विभाग में जांच सेंटर बनाया जाएगा. दिल्ली से आई विशेषज्ञों की टीम ने मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. संजय काला ने विशेषज्ञों से सेंटर बनाए जाने के लिए जरूरतें पूछीं और इनका विवरण उपलब्ध कराने को कहा. इसके बाद विशेषज्ञों और प्राचार्य ने माइक्रोबायोलॉजी लैब का निरीक्षण किया.
मेडिकल कॉलेज प्रधानाचार्य डॉ. काला का कहना है कि जीका संक्रमण से गर्भवती महिलाओं को ज्यादा खतरा है. गर्भस्थ शिशुओं में जीका वायरस के संक्रमण का सबसे बड़ा खतरा होता है. क्योंकि यह संक्रमण अगर मां को हो गया तो इसका संक्रमण आसानी से शिशु के शरीर में पहुंच जाता है.
इसके बाद वायरस शिशु के न्यूरो सिस्टम को प्रभावित कर देता है. इसके प्रभाव से बच्चे का सिर छोटा हो जाता है. कोशिकाएं नहीं बन पाती और उसके स्पाइनल कॉर्ड में सूजन आ जाती है, जिससे उसका मस्तिष्क प्रभावित होता है. प्राचार्य ने टीम से जीका जांच किट उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है.
रिपोर्ट: आयुष तिवारी, कानपुर