Prayagraj News: गंगा के बीच बनाई अवैध सड़क से हो रहा खनन, यहां रात के अंधेरे में चलता है माफिया राज

Prayagraj News: बजहा सुमेरपुर गांव के सामने कछार में अवैध खनन के लिए खनन माफियाओं द्वारा छोटी धारा के प्रवाह को रोककर दो जगह रास्ता बनया गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि कछार में खनन के लिए ये ही यह रास्ता बनाया गया है.

By Prabhat Khabar | April 13, 2022 7:47 AM

Prayagraj News: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की सरकार दूसरी बार बनने के बाद माफियाओं पर लगातार कारवाई हो रही है. लेकिन प्रयागराज के गंगापार इलाके में मिट्टी खनन माफियाओं को योगी सरकार का जरा भी भय नहीं हैं. खनन माफियाओं ने झूंसी थाना अंतर्गत बजहा सुमेरपुर गांव के सामने कछार में अवैध मिट्टी के खनन के लिए गंगा की एक धारा के प्रवाह को रोक कर बकायदे रास्ता बना दिया है.

पाट ज्यादा होने से दो पार्ट में बट जाती है गंगा

आप को बता दें की प्रयागराज संगम से गंगा जब आगे बढ़ती है तो कुछ किमी की दूरी के बाद नीबी गांव के सामने दो भाग में बंट जाती है. स्थानीय लोग एक धारा को छोटी गंगा और दूसरी धारा को बड़ी गंगा कहते है. गर्मियों में छोटी धारा में पानी काफी कम हो जाता है. लेकिन धारा में धीमा प्रवाह बना रहता है. जिससे स्थानीय लोग सब्जी इत्यादि की खेती भी करते है. साथ ही यहां मवेशी भी यहां गर्मियों में अपनी प्यास बुझाते है. वहीं अब गंगा की धारा प्रवाहित होने ने पानी का रंग काला पड़ने लगा है.

रात के अंधेरे में होता है खनन का खेल

बजहा सुमेरपुर गांव के सामने कछार में अवैध खनन के लिए खनन माफियाओं द्वारा छोटी धारा के प्रवाह को रोककर दो जगह रास्ता बनया गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि कछार में खनन के लिए ये ही यह रास्ता बनाया गया है. खाना माफियाओं द्वारा रात होने के अंधेरे में जेसीबी और डम्फर के जरिए खनन को अंजाम दिया जाता है. नाम न लिखने की शर्त पर एक बुजुर्ग ने बताया की रात में जेसीबी और डंफर के जरिए खनन को अंजाम दिया जाता है.

पुलिस प्रशासन की नाक के नीचे चल रहा खेल

ग्रामीणों का कहना है की रात में हो रहे अवैध खनन के कारण गुजारने वाले वाहनों की आवाज से वह सो नहीं पाते. वहीं पुलिस द्वारा इस कारवाई के संबंध के सवाल पर ग्रामीणों का कहना था कि यह सब पुलिस की ही सह पर हो रहा. वहीं इस संबंध में जिलाधिकारी ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा की मामले की जांच के लिए 3 सदस्यीय टीम गठित की जा रही है. मामले की जांच के बाद जो भी दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ सख्त कारवाई की जायेगी.

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