Prayagraj News: इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों द्वारा ऑनलाइन परीक्षा कराने की मांग को मान लिया है. हालांकि ऑनलाइन परीक्षा केवल स्नातक थर्ड ईयर के छात्रों की ही होगी. जबकि स्नातक सेकंड ईयर के छात्रों को प्रमोट किया जाएगा. इस संबंध इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि कल छात्रों ने पेट्रोल छिड़ककर आत्महत्या का प्रयास किया. ऐसे में कुलपति संगीता श्रीवास्तव ने जिला प्रशासन के अनुरोध और छात्रों के साथ कोई अप्रिय घटना न हो, इसे देखते हुए हाई पावर कमेटी की बैठक के बाद यह निर्णय लिया.
पेट्रोल छिड़ककर किया था आत्महत्या का प्रयास
गौरतलब है की इलाहाबाद विश्वविद्यालय में ऑनलाइन परीक्षा की मांग को लेकर शुक्रवार दोपहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़क कर आत्महत्या का प्रयास किया. हालांकि, समय रहते वहां तैनात पुलिस बलों ने छात्रों को ऐसा करने से रोक दिया. वहीं, विश्वविद्यालय में छात्रों के प्रदर्शन की सूचना पर जिलाधिकारी, एसएसपी और एडीएम भारी संख्या में पुलिस और फायर ब्रिगेड के साथ पहुंच गए थे. जिलाधिकारी और एसएसपी ने छात्रों को समझाने के साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन से भी बात की थी.
राष्ट्रपति से एक दिन पहले छात्रों ने जताई थी इच्छा मृत्यु
गौरतलब है की दो दिन पहले गुरूवार को भी सैकड़ों की तादाद में छात्र छात्राओं ने कुलपति कार्यालय का घेराव करते हुए रक्त से पत्र लिखकर महामहिम राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई. छात्रों का कहना है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा लगातार छात्रों को मानसिक प्रताड़ित कर रहा. उनका कहना था कि 14 फरवरी से छात्रों ने गांधीवादी तरीके से आंदोलन किया तो विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि जो छात्र ऑनलाइन परीक्षा के इच्छुक है आवेदन दे, जिसके बाद हजारों की संख्या में छात्रों छात्र छात्राओं ने ऑनलाइन परीक्षा की मांग को लेकर प्रार्थना पत्र दिया.
जिसके बाद विश्वविद्यालय की ओर से हाई पावर कमेटी की मीटिंग के बाद टीम भी गठित की गई लेकिन आज तक कोई निर्णय नहीं हो सका. इसलिए उनके पास, महामहिम राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु और रक्त से पत्र लिखने के अलावा विकल्प नहीं बचा. हालांकि, अब विश्वविद्यालय ने ग्रेजुएशन थर्ड ईयर की परीक्षा ऑनलाइन कराने के साथ ही सेकंड ईयर को प्रमोट करने का निर्णय लिया है. वहीं अब छात्रों का क्या रुख है यह देखने वाली बात होगी.