।।राजेन्द्र कुमार।।
लखनऊः अपने चहेते और नाते रिश्तेदारों को महत्वपूर्ण सरकारी पदों पर तैनात करने के क्रम में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के समधी अरविंद सिंह विष्ट को सूचना आयुक्त के पद पर तैनात करने की पहल कर दी है. पेशे से पत्रकार अरविद सिंह विष्ट की पुत्री की शादी मुलायम सिंह यादव के सबसे छोटे पुत्र प्रतीक से हुई है. अपने एक्त रिश्तेदार सहित आठ लोगों को सूचना आयुक्त के पद पर तैनात करने संबंधी प्रस्ताव मुख्यमंत्री ने राज्यपाल बीएल जोशी को भेजा था. गुरूवार को देर शाम राज्यपाल ने इस प्रस्ताव को अपनी मंजूरी के साथ मुख्यमंत्री सचिवालय भिजवा दिया. अब इन नये आयुक्तों की नियुक्ति का आदेश तैयार कर उन्हें शपथ दिलाने की कवायद शासन में शुरू हो गई है.
गौरतलब है कि सूबे के राज्य सूचना आयोग में आयुक्तों के आठ पद करीब डेढ़ साल से रिक्त चल रहे थे. इन पर आयुक्तों की नियुक्ति के लिए बीते साल दो बार विज्ञापन निकाले गए. पहली बार विज्ञापन के बाद छह सौ से ज्यादा आवेदन आए, लेकिन सुप्रीम कोर्ट की ओर से गाइडलाइन जारी किए जाने के कारण चयन प्रक्रिया लटक गई. बाद में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार दोबारा विज्ञापन निकालकर आवेदन मांगे गए. जिनकी गहन पड़ताल के बाद पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बनी चयन समिति की ओर से आठ सूचना आयुक्तों की नियुक्ति का प्रस्ताव राज्यपाल के पास भेजा. इस प्रस्ताव पर राज्यपाल ने कुछ
सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री ने राज्यपाल की आपत्तियों को दूर कर आयुक्तों की नियुक्ति संबंधी पत्रावली चार दिन पूर्व राजभवन को भिजवायी, जिसे राज्यपाल ने गुरूवार को अपनी मंजूरी दे दी. मुख्यमंत्री सचिवालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्यपाल ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के समधी अरविंद सिंह बिष्ट, राजकेश्वर सिंह, स्वदेश कुमार व विजय शर्मा, वकील पारस नाथ गुप्ता, हैदर अब्बास रिजवी, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष हाफिज मो. उस्मान तथा गजेंद्र यादव को सूचना आयुक्त बनाए जाने पर मंजूरी प्रदान की है. इनमें अरविंद सिंह विष्ट, स्वदेश कुमार, राजकेश्रर सिंह, विजय शर्मा, हैदर अब्बास रिजवी और गजेंद्र यादव पत्रकारिता के क्षेत्र से हैं.
सूचना आयुक्त के पद पर सपा प्रमुख मुलायम सिंह के समधी की नियुक्ति को लेकर विपक्षी नेता सपा पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाने लगे हैं. भाजपा प्रवक्ता विजय पाठक कहते हैं कि सपा प्रमुख अभी तक लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा में परिवार के ले जा रहे थे, पर अब सरकारी संस्थाओं में भी अपने परिवारीजनों को लालबत्ती दिलवाने में जुट गए हैं. विपक्ष के ऐसे आरोपों का सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी को उत्तर नहीं देते. वह कहते हैं कि मुख्यमंत्री ने योग्य लोगों को सूचना आयुक्त के पद पर तैनात करने की संस्तुति की थी, जिसे राज्यपाल बीएल जोशी ने अपनी मंजूरी दे दी है. अब विपक्षी नेता जो कहना चाहे कहें. हमें इनके आरोपों का जवाब नहीं देना.