लखनऊ : उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ जिले के कन्धई क्षेत्र में आज वकीलों के एक संगठन के अध्यक्ष की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. वारदात से नाराज अधिवक्ताओं ने जिला अस्पताल तथा कचहरी में तोड़फोड़ की.पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि रानीगंज क्षेत्र के जामताली गांव के निवासी और जूनियर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजदत्त मिश्र (52) मोटरसाइकिल से कचहरी जा रहे थे. रास्ते में कादीपुर पुल के पास मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने उन्हें गोली मार दी. उन्होंने बताया कि गम्भीर रुप से घायल हालत में मिश्र को अस्पताल लाया गया जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
सूत्रों के मुताबिक अपने साथी की हत्या से खफा वकीलों ने जिला चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड में तथा कचहरी परिसर में तोड़फोड़ की और रास्ता जाम किया. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे पुलिस के आला अधिकारियों ने प्रदर्शनकारी वकीलों को समझा-बुझाकर शान्त किया. मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस तथा पीएसी बल तैनात कर दिया गया है. सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने मिश्र की मोटरसाइकिल चला रहे यू. डी. पाण्डेय नामक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया है.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कल कहा था कि अमेरिका में भारतीय राजनयिक के साथ जिस तरह का सलूक किया गया, वह ‘‘निन्दनीय’’ है. इसे लेकर जोरदार मांग उठ रही है कि देवयानी को बिना शर्त रिहा किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ सभी आरोप वापस लिए जाने चाहिए. देवयानी के साथ अमानवीय व्यवहार पर भारत ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी और सभी हवाईअड्डा पास वापस लेने तथा आयात मंजूरी रोके जाने सहित अमेरिकी राजनयिकों और उनके परिवारों को मिले विशेष अधिकारों को कम करने के लिए कई कदम उठाए थे.
1999 बैच की 39 वर्षीय आईएफएस अधिकारी देवयानी को पिछले हफ्ते वीजा फर्जीवाड़े के आरोपों में अमेरिका में एक सड़क से उस समय गिरफ्तार किया गया था जब वह अपनी बेटी को स्कूल छोड़ने गई थीं. उन्हें हथकड़ी लगा दी गई थी. अदालत में उनके द्वारा खुद को निदरेष बताए जाने के बाद उन्हें 2,50,000 डॉलर के मुचलके पर रिहा किया गया था. देवयानी को पूर्ण राजनयिक अधिकार प्रदान करने के लिए भारत ने अब उनका तबादला संयुक्त राष्ट्र में भारतीय मिशन में कर दिया है.