लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार ने पूर्ववर्ती मायावती सरकार के कार्यकाल में स्मारकों के निर्माण में हुए कथित घोटाले के आरोपी पूर्व मंत्रियों नसीमुद्दीन सिद्दीकी तथा बाबू सिंह कुशवाहा के खिलाफ जांच कर मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिये हैं.
आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सतर्कता अधिष्ठान को स्मारक निर्माण में 14 अरब 88 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोपी सिद्दीकी तथा कुशवाहा समेत 21 लोगों के खिलाफ जांच के बाद मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिये हैं.
उन्होंने बताया कि अन्य आरोपियों में राजकीय निर्माण निगम के तत्कालीन प्रबंध निदेशक सीपी सिंह, पी के जैन, एसके सक्सेना, केआर सिंह, राकेश चंद्रा, राजीव गर्ग, एसपी गुप्ता, आरके सिंह, एस के अग्रवाल, हीरालाल, एस के चौबे, एस पी सिंह, सुहैल अहमद, मुरली मनोहर, एस के शुक्ला बीडी त्रिपाठी तथा तीन अन्य लोग शामिल हैं.
गौरतलब है कि लोकायुक्त एन के मेहरोत्रा ने गत 20 मई को मुख्यमंत्री को सौंपी गयी जांच रिपोर्ट में कहा था कि पूर्ववर्ती मायावती सरकार के कार्यकाल में लखनऊ तथा नोएडा में 14 स्मारकों के निर्माण में खर्च किये गये 5919 करोड़ रुपये में से 14 अरब 10 करोड़ 50 लाख 63 हजार 200 रुपये का घोटाला किया गया जो पत्थर लगवाने के लिये आवंटित कुल बजट का करीब 34 प्रतिशत है.