यूपी में हिंसा,राजनीतिक रोटियां सेंकने में जुटी पार्टियां
सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में जमीन के विवाद को लेकर दो समुदायों के बीच हिंसक टकराव के बाद अभी स्थिति नियंत्रण में है,लेकिन अभी वहीं कर्फ्यू जारी है. बताया जा रहा है कि कर्फ्यू के मद्देनजर 30 जुलाई तक सभी स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है. गौरतलब हो कि सहारनपुर में भड़की हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गयी तथा 19 अन्य जख्मी हो गये. वारदात के बाद शहर के छह थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है.
उन्होंने बताया कि हिंसा के दौरान एक पुलिसकर्मी को गोली लगी है और उसे गम्भीर हालत में इलाज के लिये पीजीआई भेजा गया है. संघर्ष में करीब 19 अन्य लोग जख्मी भी हुए हैं.
मुख्य सचिव आलोक रंजन ने लखनउ में बताया कि सहारनपुर के तीन थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. किसी को भी कानून-व्यवस्था से खिलवाड की इजाजत नहीं दी जाएगी. जिला प्रशासन को सख्त निर्देश दिये गये हैं कि कोई भी व्यक्ति कानून को हाथ में ना ले सके.
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) मुकुल गोयल ने बताया ‘‘दो समुदायों के बीच किसी जमीन को लेकर विवाद था जिसने आज सुबह तूल पकड लिया और दोनों पक्षों में संघर्ष भडक गया.’’ उन्होंने बताया कि इस संघर्ष में अनेक दुकानें जला दी गयीं. हालात को काबू में करने के लिये पुलिस ने बल प्रयोग किया और रबर की गोलियां भी चलायीं. मौके पर बडे पैमाने पर पीएसी तथा रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों को तैनात कर दिया गया है.
गोयल ने शुरु में बताया था कि वारदात में लोगों के घायल होने की खबर तो है लेकिन किसी की मृत्यु की सूचना नहीं है. गोयल ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गये हैं और स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आला अधिकारियों को सहारनपुर में आज हुई हिंसा से सख्ती से निपटने के आदेश दिये हैं.
सूचना विभाग के प्रमुख सचिव नवनीत सहगल ने यहां बताया ‘‘शासन तथा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी सहारनपुर में हालात पर लगातार नजर रखे रहे हैं. मुख्यमंत्री ने गृह विभाग के प्रमुख सचिव को सहारनपुर में स्थिति से सख्ती से निपटने के निर्देश दिये हैं.’’ उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि कहीं भी किसी भी स्तर पर लापरवाही बरदाश्त नहीं की जाएगी और कानून-व्यवस्था की हर हाल में बहाली होनी चाहिये.