मंडी(शिमला) ब्यास नदी में बहे इंजीनियर के 24 छात्रों के शव बरामद कर लिए गए हैं. गौरतलब है हैदराबाद से आये इंजीनियरिंग के 24 छात्र पिछले 8 जून को हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के पास ब्यास नदी में बह गये थे। हालांकि उनके गाइड प्रलहाद का शव नहीं मिल पाया है.
पुलिस के मुताबिक दसरी श्रीनिधि और केसरला रीशिता रेड्डी के शवों को कल पनडोह बांध के पास बहते देखे गए. इस सूचना के मिलने के तुरंत बाद खोजी दल वहां पहुंच गये और उन्होंने शवों को बाहर निकाला.उन्होंने बताया कि आठ जून की शाम को लारजी जलविद्युत परियोजना के अधिकारियों ने अचानक बांध से पानी छोड़ दिया था जिसके कारण छह लडकियों समेत इंजीनियरिंग के 24 छात्र और एक सहायक गाइड बह गये थे.
उस समय राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल:एनडीआरएफ:, सेना, नौसेना ,पुलिस और आईटीबीपी के लगभग 600 जवानों और 50 प्रशिक्षित गोताखोरों ने ब्यास नदी में 44 दिनों तक इन लोगों की तलाश की थी.
छात्रों के बहने का मामला प्रकाश में आने के बाद हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय ने मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुये हैदराबाद कॉलेज प्रबंधन और लारजी परियोजना के अधिकारियों को प्रत्येक मृतक के परिवार को पांच-पांच लाख रुपये हर्जाना देने को कहा था। दोनों पक्षों को आधे-आधे रुपये देने थे.उच्च न्यायालय ने मंडी के मंडलीय आयुक्त की देखरेख में मामले की जांच के आदेश दिये थे.