लखनऊ : बसपा अध्यक्ष मायावती ने आज योगगुरु बाबा रामदेव द्वारा कांग्रेस की आलोचना के दौरान दलितों के संबंध में की गयी टिप्पणी की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करके जेल भेजने की मांग की और कहा कि ऐसा नहीं होने पर पूरे देश में रामदेव के खिलाफ जबर्दस्त आंदोलन शुरु किया जायेगा.
मायावती ने यहां आयोजित चुनावी सभा में कहा, कल भाजपा के बहुत बड़े नेता और प्रचारक बाबा रामदेव ने लखनऊ में कांग्रेस की आलोचना करते हुए जिस तरह पूरे देश के दलितों की बहन बेटियों की इज्जत पर अंगुली उठायी है, जिस अश्लील और गिरी हुई भाषा का इस्तेमाल किया है. उसकी हमारी पार्टी कड़े शब्दों में निंदा करती है. उन्होंने कहा मैं मुख्य चुनाव आयुक्त और यहां (उत्तर प्रदेश) की सपा सरकार को कहना चाहती हूं कि भाजपा के इस योगी नेता रामदेव की गिरी हुई हरकत के खिलाफ दलित अधिनियम के द्वारा महिला उत्पीड़न को रोकने के लिए बनाये गये कानून के तहत मुकदमा कराकर जेल भेजा जाये.
उन्होंने कहा, इसके साथ ही भाजपा को ऐसे बाबा को तुरंत ही पार्टी से निकालकर बाहर करना चाहिए, वरना बसपा इस बददिमाग बाबा तथा भाजपा और सपा के खिलाफ जबर्दस्त आंदोलन छेड़ेगी. गौरतलब है कि रामदेव ने कल यहां संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणियां करते हुए कहा था कि वे दलितों के घर हनीमून और पिकनिक मनाने जाते हैं.
इस मामले में आज उनके खिलाफ लखनऊ में धारा 171 (छ) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. मायावती ने आरोप लगाया कि बाबा साहब डाक्टर भीमराव अम्बेडकर के अथक प्रयासों के कारण अपने देश में दलितों को केंद्र और राज्य की सरकारी नौकरियों में आरक्षण की सुविधा मिल रही है. उसे अन्य पार्टियां नये कानून बनाकर धीरे-धीरे खत्म करने का प्रयास कर रही हैं.उन्होंने इल्जाम लगाया कि सोची समझी साजिश के तहत कोटा बढाये बगैर अन्य वगोंर् को जोडकर दलितों को लाभ से वंचित किया जा रहा है. यही स्थिति मुस्लिम समाज तथा अन्य अल्पसंख्यकों की बनी हुई है.