लखनऊ:वाराणसी में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के खिलाफ ‘ओसामा बिन लादेन’ चुनाव लड़ने जा रहा है. अल कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन की शक्ल-ओ-सूरतवाले मेराज खालिद नूर कथित सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. मूल रूप से पटना के रहनेवाले नूर को तब प्रसिद्धि मिली थी, जब उन्होंने रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी और लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल के लिए प्रचार किया था.
अब तक औरों के लिए प्रचार करनेवाले नूर ने ‘राम इंडिया’ के नाम से अपना एक दल बनाया है. नूर कहते हैं कि दो पार्टियों ने अपने फायदे के लिए उनका इस्तेमाल किया. लेकिन, अब वह किसी के हाथों की कठपुतली नहीं बनेंगे. सांप्रदायिक सौहाद्र्र कायम रखने के लिए वह अब अपने साथियों के साथ मिल कर काम करेंगे. नरेंद्र मोदी से एक दिन पहले नूर 23 अप्रैल को वाराणसी में नामांकन दाखिल करेंगे. व्यापारी से नेता बने नूर की मदद के लिए बड़ी संख्या में मुसलिम युवा वाराणसी पहुंच रहे हैं. वह कहते हैं कि जीत या हार उनका मकसद नहीं है. उनका मकसद विभाजक तत्वों को सत्ता तक पहुंचने से रोकना है. वह ऐसे तत्वों को सत्ता तक नहीं पहुंचने देना चाहते, जो हिंदू और मुसलिमों के भाईचारे को खत्म करता है, उन्हें बांटता है.