बदायूं: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रान्तीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज चुनाव आयोग द्वारा प्रतिबंधित किये गये अपने वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री आजम खां का बचाव करते हुए कहा कि आयोग ने खां का पक्ष जाने बगैर उनके खिलाफ कार्रवाई की है.
मुख्यमंत्री ने अपने चचेरे भाई और बदायूं से सपा प्रत्याशी धर्मेन्द्र यादव के समर्थन में आयोजित जनसभा में कहा, ‘‘आजम साहब को चुनाव आयोग ने नोटिस दिया था, जिसका उन्होंने जवाब भी दिया था, मगर उस पर गौर किये बगैर ही उनके खिलाफ कार्रवाई कर दी गयी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब-जब सपा के लोगों पर जुल्म हुए हैं तब-तब जनता ने उसके पक्ष में ज्यादा से ज्यादा वोट डालकर जवाब दिया है.’’ अखिलेश ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपने चुनाव अभियान पर 10 हजार करोड से ज्यादा धन खर्च कर रही है.
उन्होंने कहा कि वह तो खुद इस बारे में लोगों को बता रहे हैं, अखबार भी अब इसकी खबरें छापने लगे हैं. अगर इसकी जांच की जाए तो यह आंकडा और बढ सकता है.सपा नेता ने कहा कि भाजपा मोटी रकम खर्च करके टेलीविजन और अखबारों के जरिये अपना प्रचार कर रही है.
विपक्षी दलों पर धर्म के नाम पर राजनीतिक खेल खेलने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सिर्फ सपा ही धर्मनिरपेक्ष पार्टी है जो साम्प्रदायिक ताकतों को अपने पंख फैलाने से रोक सकती है.अखिलेश ने कहा, ‘‘भाजपा सबसे चालू (धूर्त) पार्टी है, इस मामले में कोई भी उनका मुकाबला नहीं कर सकता.वे पत्थरों को भी दूध पिला सकते हैं. आप सभी को ऐसी ताकतों से होशियार रहना चाहिये.’’
ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के नतीजे देश की सरकार का भाग्य तय करेंगे. आने वाले समय में सपा की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होगी. उन्होंने कहा, ‘‘सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव एकमात्र नेता हैं जो जमीन पर रहते हुए गरीबों और किसानों से जुडे हैं. बाकी पार्टियों ने अपने चुनाव घोषणापत्र जारी किये लेकिन किसी ने भी किसानों और गरीबों के बारे में बात नहीं की. उनके घोषणापत्र केवल उद्योगपतियों को बढावा देने वाली घोषणाओं से भरे पडे हैं.’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र की सत्ता में आने पर सपा जनता का पैसा जनता को वापस करेगी, जैसा कि उसने उत्तर प्रदेश में विकास योजनाएं लागू करके किया है.
सरकार द्वारा छात्र-छात्राओं को बांटे गये लैपटाप पर केवल फिल्में देखे जाने सम्बन्धी विपक्ष के आरोप पर अखिलेश ने कहा, ‘‘तो इसमें क्या नुकसान है.’’ उन्होंने कहा कि गत 10 अप्रैल को उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में सपा ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतेगी. आने वाले चरणों में सपा और आगे बढती जाएगी.