Train News: चित्रा कोलियरी से बासुकीनाथ की यात्रा होगी सुगम, रेलवे ने पूरा किया सर्वे का काम

Train News चितरा कोलियरी संताल एरिया का सबसे बड़ा कोलियरी है. चितरा कोलियरी से बासुकीनाथ तक रेल पटरी बिछाने को लेकर सर्वे का काम भी हो चुका है. यह सर्वे 40 किलोमीटर तक हुआ है.

By RajeshKumar Ojha | May 24, 2024 5:20 AM

ललित किशोर मिश्र, भागलपुर

Train News रेलवे लोगों को हर कोने तक रेल सेवा देने को लेकर तत्पर है. इसके लिए वह कई नयी रेल योजना पर काम कर रहा है. इसी योजना के तहत आने वाले दिन में आसनसोल डिवीजन के देवघर जिला अंतर्गत आने वाली चितरा कोलियरी से बासुकीनाथ तक रेल पटरी बिछायी जायेगी, ताकि दोनों जगहों के लोगों को रेल यात्रा की सुविधा मिले और कोयले की भी ढुलाई भी होगी.  चितरा कोलियरी संताल एरिया का सबसे बड़ा कोलियरी है. चितरा कोलियरी से बासुकीनाथ तक रेल पटरी बिछाने को लेकर सर्वे का काम भी हो चुका है. यह सर्वे 40 किलोमीटर तक हुआ है. इस चालीस किलोमीटर तक रेल पटरी बिछाने का काम होगा. यह पहला मौका है जब इन दो जगहों के लिए रेल सर्वे का काम होगा.

स्टीमेट बन कर तैयार, पांच साै करोड़ की है योजना

सर्वे का काम पूरा होने के बाद इस योजना को लेकर स्टीमेट भी बन कर तैयार हो गया है. यह योजना लगभग चार से पांच सौ करोड़ की योजना है. स्टीमेट बनाकर ईस्टर्न रेलवे के मुख्यालय को भेज दिया गया है. अब इस योजना को को मुख्यालय की स्वीकृति मिलने के बाद योजना को लेकर टेंडर होगा. और जिस एजेंसी को इसका काम मिलेगा उस एजेंसी के द्वारा इस पर काम शुरू होगा.

चित्रा कोलियरी के आसपास क्षेत्र के लोगों की बासुकीनाथ की यात्रा होगी सुगम

चालीस किलोमीटर रेल पटरी बिछाने की योजना पर जब काम शुरू होगा और इस योजना पर काम पूरा हो जायेगा. काम पूरा होने के बाद जब इस रेल पटरी पर ट्रेन चलने लगेगी तो चित्रा कोलियरी के आसपास के लोगों को इससे काफी फायदा होगा और ट्रेन की यात्रा कर बाबा बासुकीनाथ के दर्शन होंगे. साथ ही इस रेल खंड में कोयले की ढुलाई भी सुगम हो जायेगी.



आसनसोल डिवीजन के देवघर जिला अंतर्गत आने वाले चित्रा कोलियरी से बासुकीनाथ तक रेल पटरी बिछाया जायेगा. चित्रा कोलियरी से बासुकीनाथ तक रेल पटरी बिछाने को लेकर सर्वे का काम भी हो चुका है. यह सर्वे 40 किलोमीटर तक हुआ है. यह योजना लगभग चार से पांच सौ करोड़ की योजना है. स्टीमेट बनाकर ईस्टर्न रेलवे के मुख्यालय को भेज दिया गया है. स्वीकृति मिलने के बाद काम शुरू हो जायेगा. मो. अंजुम, सीनियर सेक्शन इंजीनियर,आसनसोल, ईस्टर्न रेलवे.

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