Kota suicide : राजस्थान के कोटा जिले के कुन्हारी इलाके में बिहार के एक छात्र ने सुसाइड कर लिया. जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (नीट) की तैयारी कर रहे 16 वर्षीय एक छात्र का शव छात्रावास के उसके कमरे में फंदे से लटका मिला जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया. पुलिस ने यह जानकारी दी और बताया कि इस महीने छात्रों की आत्महत्या की यह चौथी घटना है. पुलिस ने बताया कि आर्यन का शव बुधवार की रात लैंडमार्क सिटी के कमला उद्यान स्थित छात्रावास के कमरे में पंखे से लटका मिला.
पुलिस की ओर से जो जानकारी दी गयी उसके अनुसार, बिहार के नालंदा जिले का रहने वाला आर्यन 12वीं कक्षा का छात्र था और एक साल से अधिक समय से कोटा के एक कोचिंग संस्थान में नीट की तैयारी कर रहा था. कुन्हारी अनुमंडल अधिकारी डीएसपी शंकर लाल ने कहा कि आर्यन पिछले महीने ही वार्षिक अवकाश के बाद अपने गृहनगर से कोटा लौटा था. कुन्हारी अनुमंडल निरीक्षक गंगासहाय शर्मा ने बताया कि छात्र ने कथित तौर पर मंगलवार को आखिरी कक्षा ली थी और उनसे बुधवार को कक्षा नहीं ली तथा छात्रावास के अपने कमरे में ही रहा.
माता-पिता के आने के बाद होगा पोस्टमार्टम
कुन्हारी अनुमंडल निरीक्षक गंगासहाय शर्मा ने बताया कि आर्यन के माता-पिता ने छात्रावास के वार्डन को सूचित किया कि जब उन्होंने अपने बेटे को बार बार फोन किया तो उसकी ओर से फोन नहीं उठाया गया. रात करीब नौ बजे वार्डन ने उसके कमरे का दरवाजा अंदर से बंद पाया और इसकी पुलिस को सूचना दी. उन्होंने बताया कि पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को पंखे से लटकता हुआ पाया और उसे वहां से उतार कर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया. उसके माता-पिता के आने के बाद पोस्टमार्टम किया जाएगा.
आत्महत्या का कारण क्या
डीएसपी लाल ने बताया कि कोटा जिला प्रशासन व कोटा छात्रावास संघ द्वारा छात्रावासों में ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए निर्धारित दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करते हुए छात्रावास के कमरे में लगा पंखा आत्महत्या रोधी उपकरण से लैस नहीं था. डीएसपी ने बताया कि प्रथम दृष्टया एक लड़की के साथ संबंध के चलते पढ़ाई से ध्यान भटकना आत्महत्या का कारण प्रतीत होता है. उन्होंने बताया कि पुलिस ने पीड़ित के कमरे से एक लड़की को लिखे गये प्रेम पत्र बरामद किये हैं. पुलिस के अधिकारी ने बताया कि नई घटना के सामने आने के बाद इस महीने कोटा में कोचिंग के छात्र द्वारा आत्महत्या का चौथा और इस साल अब तक का नौवां मामला है.
भाषा इनपुट के साथ